
पलवल, 20 फरवरी।
जिला पलवल में कपास फसल की सुरक्षा के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र मिण्डकोला में विभागीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कपास अनुभाग के अध्यक्ष डा. कर्मल सिंह, तकनीकी सहायक डा. रॉबर्ट रॉबिन्सन व कृषि वैज्ञानिक डा. अनिल जाखड़ व अनिल सैनी के साथ उपमंडल कृषि अधिकारी पलवल अजित सिंह व जिला पलवल व मेवात के अधिकारी व कर्मचारियों ने भाग लिया। वैज्ञानिकों द्वारा कपास फसल की पैदावार को बढ़ाने व फसल में कीट प्रबंधन के साथ-साथ खरपतवार प्रबंधन के बारे में विस्तृत रूप से जिले के क्षेत्रीय अधिकारियों व कर्मचारियों को बताते हुए कहा कि कपास की फसल अति संवेदनशील फसल है। जिसके लिये सरकार का संकल्प है कि इस फसल को हानिकारक कीटों के प्रति सक्षम बनाया जाये। जिसके लिये सरकार द्वारा पंचवर्षीय मिशन तैयार किया गया है। फसल फसल बिजाई के उचित समय के साथ-साथ फसल में खरपतवार प्रबंधन और कीटनाशकों का न्यूनतम प्रयोग- करते हुए किसान के खर्चे को बचाते हुए उत्पादन को अधिक से अधिक बढाना ही ऐसे प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है।
उप निदेशक कृषि डा. वीरेन्द्र देव आर्य ने उक्त प्रशिक्षण में उपस्थित कृषि विश्वविद्यालय से आये वैज्ञानिकों का बहुत-बहुत आभार जताते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण द्वारा फील्ड स्टाफ के माध्यम से किसानों को अधिक से अधिक जागरूक करना विभाग का मुख्य कार्य है। जिससे कि किसानों को समय-समय पर फसल सम्बन्धी बीमारियों तथा असंतुलित वातावरण में फसल सुरक्षा के लिये किसानों को समय रहते जानकारियां प्रदान की जा सके।