नई दिल्ली, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छठ महापर्व पर वासुदेव घाट के संभावित दौरे को राजनीतिक अवसरवादिता बताया है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री ने कभी इस पर्व में भागीदारी नहीं दिखाई, लेकिन बिहार चुनावों में संभावित हार के डर से अब धार्मिक भावनाओं का उपयोग किया जा रहा है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि भाजपा की दिल्ली सरकार भी केवल घोषणाओं तक सीमित रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता वासुदेव घाट की तैयारियों को लेकर चिंतित जरूर हैं, लेकिन जनता से जुड़े किसी ठोस कार्य में उन्होंने अब तक कोई पहल नहीं की। पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी के बीच वे अपने पद को बचाने के लिए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को साधन बना रही हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की करीब 30 प्रतिशत आबादी पूर्वांचल से जुड़ी है, लेकिन भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ने उनकी भावनाओं के साथ धोखा किया है। नया घाट बनाने के बजाय कांग्रेस सरकार द्वारा निर्मित 1100 छठ घाटों की मरम्मत को ही नई उपलब्धि बताकर जनता को भ्रमित किया जा रहा है।
यादव ने कहा कि भाजपा और आप दोनों ही दल पूर्वांचल समाज के प्रति “नूरा कुश्ती” कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस शासन के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हरियाणा से स्वच्छ पानी तक की व्यवस्था की जाती थी।
उन्होंने यह भी कहा कि यमुना की सफाई को लेकर भाजपा सरकार ने केवल भ्रष्टाचार किया है। करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद यमुना का जल अत्यधिक प्रदूषित है, जिसमें मल, अमोनिया और अन्य रासायनिक अवशेष बह रहे हैं। ऐसे जहरीले पानी में श्रद्धालु छठ पूजा करने को मजबूर हैं, जो भाजपा की नाकामी का स्पष्ट उदाहरण है।