
पलवल, 20 मार्च। मुख स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से वीरवार को विश्व मुख स्वास्थ्य (वर्ल्ड ओरल हेल्थ) माह के अवसर पर ओल्ड जीटी रोड स्थित प्रेम विहार स्लम बस्ती में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिंदगी की खुशियां फाउंडेशन के तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने रिबन काटकर किया। इस अवसर पर उनके साथ सिविल सर्जन डा. जयभगवान जाटान भी मौजूद रहे। उपायुक्त ने कहा कि विश्व मुख स्वास्थ्य माह के दौरान विभिन्न शैक्षिक कार्यशालाएं, मुफ्त दंत जांच शिविर और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि वर्ल्ड ओरल हेल्थ माह आगामी 20 अप्रैल तक लगातार चलेगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्लम एरिया में रह रहे समस्त जन को ओरल हेल्थ के बारे में जागरूक किया। उपायुक्त ने कहा कि 14 वर्ष तक के बच्चों को शिक्षा देना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। इसलिए सभी परिजन अपने बच्चों को पढ़ाई की ओर अग्रसर करें। उन्होंने कहा कि सरकार का निरंतर यही प्रयास है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहने पाए, सभी को सम्पूर्ण शिक्षा मिले। उपायुक्त ने कहा कि वल्र्ड ओरल हेल्थ माह के कार्यक्रम को और कॉम्प्रीहेंसिव बनाया जाएगा, ताकि बच्चों के सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दिया जा सके। स्लम एरिया के बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्रों से जोडक़र उसकी सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी। बाल मजदूरी जैसी समस्याओं से पूरी तरह निजात दिला पाएं। उन्होंने कहा कि स्लम एरिया में साफ-सफाई करने की अधिक आवश्यकता है, इसके लिए जिला प्रशासन पूरी सजगता से कार्य करेगा।

उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने अपने संबोधन में ओरल हेल्थ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि अच्छे मुख स्वच्छता अभ्यासों को अपनाने से न केवल दांत और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं, बल्कि यह समग्र स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। दांतों और मसूड़ों की देखभाल से कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव किया जा सकता है। उन्होंने समुदाय से नियमित रूप से दांतों की सफाई, फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करने, फ्लॉसिंग करने और दंत चिकित्सक से नियमित जांच कराने का आह्वान किया। उन्होंने विशेष रूप से बच्चों और युवा वर्ग को बेहतर मुख स्वच्छता की आदतें अपनाने की सलाह दी, ताकि उनके दांत और मसूड़े जीवन भर स्वस्थ रह सकें।
उप सिविल सर्जन डा. रामेश्वरी ने उपस्थिति को मुंह के स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमें खाना खाने के बाद दिन में कम से कम दो बार ब्रश अवश्य करना चाहिए। बच्चों को मीठा दूध न दें। उन्होंने कहा कि अभिभावक बच्चों के दांतों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। सिविल सर्जन ने बताया कि दुनिया भर में हर साल 20 मार्च को विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे को मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को उनके ओरल हाइजीन के प्रति जागरूक करना है। बता दें, वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे मौखिक स्वास्थ्य की देखभाल को प्राथमिकता देने और ओरल डिजीज को रोकने के महत्व को उजागर करता है।

इस अवसर पर वरिष्ठ डेंटल सर्जन डा. नरेंद्र, डेंटल सर्जन एवं कार्यक्रम की नोडल ऑफिसर डा. आसीमा कालड़ा, डेंटल सर्जन डा. ज्योति, डा. मनीष गर्ग, मीडिया प्रभारी डा. रूप, डेंटल सर्जन डा. सुषमा चौधरी, मंच संचालक डा. रवि विहान, जिंदगी की खुशियां फाउंडेशन के प्रधान मंजूर अहमद आदि मौजूद रहे।