
पलवल, 25 फरवरी। भारत सरकार की देश को 2025 तक टी.बी. मुक्त बनाने की मुहिम को सफल बनाने के प्रयासों के मद्देनजर भारतीय रैडक्रॉस सोसाइटी के राष्ट्रीय मुख्यालय एवं हरियाणा राज्य शाखा के संयुक्त तत्वावधान में उपायुक्त एवं जिला रैडक्रॉस सोसाइटी पलवल के अध्यक्ष डा. हरीश कुमार वशिष्ठ के मार्गदर्शन तथा सचिव बिजेंद्र सौरोत के नेतृत्व में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग पलवल तथा संभार्या फाउंडेशन के सहयोग से एक दिवसीय टी.बी. स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन कृष्णा कॉलोनी वार्ड नंबर-17 पलवल में पार्षद विकाश चौधरी के निवास स्थान पर किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में जिला रैडक्रॉस सचिव बिजेन्द्र सौरोत ने शिरकत करते हुए शिविर का विधिवत उद्घाटन किया।

जिला रैडक्रॉस सोसायटी के सचिव एवं शिविर के मुख्य अतिथि बिजेंद्र सौरोत ने बताया कि भारत सरकार का मुख्य उद्देश्य देश को टी.बी. मुक्त करना है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विजन एक स्वस्थ भारत का निर्माण करना है और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि रैडक्रॉस सोसायटी पलवल द्वारा लगाए जा रहे स्वास्थ्य जांच शिविर एवं टी.बी. स्क्रीनिंग शिविरों के माध्यम से लोगों में इस बीमारी का पता चलता है, जिसका समय रहते इलाज कराने में मदद मिलती है।
शिविर में नागरिक अस्पताल पलवल से अमिचंद एवं उनकी टीम भी मौजूद रही, जिसने लोगों के एक्सरे, बी.पी., शुगर की जांच भी की। शिविर में आए जन सामान्य की टीबी की जांच, आंखों, रक्तचाप, ब्लड शुगर, एच.आई.वी., हिमोग्लोबिन तथा जोड़ों की जांच निशुल्क की गई। वार्ड नंबर-17 के पार्षद विकाश चौधरी ने कहा कि वह रैडक्रॉस के साथ मिलकर आगे भी इस प्रकार के जनकल्याणकारी कार्य करते रहेंगे। उन्होंने रैडक्रॉस के इस मानव कल्याणकारी कदम की सराहना करते हुए कहा कि मानव हित में कार्य करना मन को संतुष्टि प्रदान करता है।
इस शिविर की संयोजिका जिला प्रशिक्षण अधिकारी नीतू सिंह ने बताया कि रैडक्रॉस के उद्देश्य स्वास्थ्य-सेवा-मित्रता को मद्देनजर रखते हुए इन शिविरों का आयोजन किया गया है। तपेदिक बहुत ही खतरनाक बीमारी है, परंतु लाइलाज नहीं है। इस बीमारी का सफल इलाज यही है कि चिकित्सक द्वारा बताई गई दवा एवं पौष्टिक आहार समय पर ले और समय-समय पर अपनी जांच कराए।
जिला तपेदिक समन्वयक आरती मौर्य ने टी.बी. की बीमारी से बचाव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह एक खतरनाक संक्रामक रोग है। सही समय पर इसका इलाज नहीं होने पर यह जानलेवा हो सकता है। इसलिए अपने आप को इस बीमारी की चपेट में आने से बचाने के लिए इसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है, जिससे आप खुद व अपने परिवार को इस जानलेवा रोग की चपेट में आने से बचा सकें। इस शिविर में संभार्या फाउंडेशन पलवल ने भी मरीजों की आंखों की जांच, चश्मे, सामान्य दवाइयां, खून एवं मूत्र की जांच निशुल्क की तथा जांच उपरांत दवाइयां भी मुफ्त प्रदान की।
संभार्या फाउंडेशन की टीम में डॉक्टर रविता, तेजराम कुंडू, ऋतु, अरविंद आदि ने मौजूद रहकर सहयोग किया। शिविर में 215 लोगों ने अपने स्वास्थ्य की जांच कराई। शिविर के सफल आयोजन में नितेश, अनीता, रैडक्रॉस सोसायटी के सूर्यकांत, नितीन, टी.आई. प्रोजेक्ट के प्रबंधक भोजपाल सहरावत, ओ.आर.डब्लू. भूरी, सुमित, मुस्तफा, रैडक्रॉस स्वयंसेवक हेमलता, ममता, विशाल, हवलदार राजेंद्र का अहम योगदान रहा।