
पलवल, 14 जनवरी। जिला के सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलवल में आयोजित किए जा रहे संस्कृतभारती हरियाणा के आवासीय प्रबोधनवर्ग कार्यक्रम का मंगलवार को शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया। दीप मंत्रों का उच्चारण मोहित और सरस्वती वंदना प्रियंका ने की। ध्येय मंत्र पवन शास्त्री ने किया। कार्यक्रम में आए अतिथियों का परिचय पलवल जनपद मंत्री राकेश शास्त्री ने करवाया।
इसके उपरांत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पलवल जिला पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन का स्वागत, सत्कार एवं सम्मान प्रांत मंत्री प्रमोद शास्त्री तथा जनपद अध्यक्ष कुबेरदत्त गौतम ने श्रीफल, पटका एवं संस्कृत भारती की पुस्तकें प्रदान कर किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. विशाल शर्मा एमडी का स्वागत एवं सम्मान पलवल जनपद सम्पर्क प्रमुख सतपाल सिंह देशवाल तथा पलवल नगर सहसम्पर्क प्रमुख कैप्टन गुरु दयाल शर्मा ने श्रीफल, पटका एवं संस्कृत भारती की पुस्तकें प्रदान करके किया।
मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन ने वर्गार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा का अध्ययन केवल नौकरी प्राप्त करने तक सीमित न रखें। संस्कृत में अत्यधिक ज्ञान और विज्ञान निहित है जिस पर निरंतर अनुसंधान करने की आवश्यकता है। हम संस्कृत ग्रंथों में निहित ज्ञान और विज्ञान का अनुसंधान कर विश्व में अग्रणी बन सकते हैं, इसलिए संस्कृत भाषा हम सभी को जरूर पढऩी और सीखनी चाहिए। संस्कृत से ही हमारी संस्कृति सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भारती संगठन इस क्षेत्र में एक अद्वितीय कार्य कर रहा है। उन्होंने इस आवासीय भाषा प्रबोधनवर्ग में आए हुए सभी वर्गार्थियों और संस्कृत भारती के सभी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं देकर उन्हें प्रोत्साहित किया।
विशिष्टातिथि के रूप में उपस्थित डा. विशाल शर्मा ने वर्गार्थियों को श्लोक उच्चारण कर विद्यार्थियों के पांच लक्षणों के बारे में अवगत करवाते हुए कहा कि विद्यार्थियों में कौवे जैसी चेष्टा, बगुले जैसा ज्ञान, कुत्ते जैसी नींद, कम भोजन करने वाला और घर का त्याग करने वाला होना चाहिए।
प्रांत मंत्री प्रमोद शास्त्री ने संस्कृत भारती संगठन का परिचय करवाते हुए बताया कि संस्कृत भारती देश और विदेश में पिछले 45 वर्षों से काम कर रही है। संस्कृत भारती हरियाणा वर्ष 2000 से अब तक प्रांत में 10000 लोगों को संस्कृत संभाषण में प्रशिक्षित कर चुकी है। संस्कृत भारती संगठन प्रांत में आवासीय प्रबोधनवर्ग, प्रशिक्षण वर्ग, संभाषण शिविर, पत्राचार द्वारा संस्कृतम्, गीता शिक्षण केंद्र व श्लोक एवं स्तोत्र पठन केंद्र आदि अनेक कार्यक्रम निरंतर चला रहा है।
वंदना सत्र का संचालन प्रांत प्रशिक्षक डा. नवीन शर्मा ने किया। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन प्रांत प्रचार प्रमुख सतेंद्र कुमार ने किया।
इस कार्यक्रम में वर्गाधिकारी आचार्य तेजसिंह शास्त्री, अजय शास्त्री, सुरेंद्र कुमार, बृजेंद्र शास्त्री, शक्तिपाल मंगला, मोहित सैनी, अतर सिंह शास्त्री, उदयप्रकाश शास्त्री, विजय शास्त्री, सत्यम्, मोहित, काशीराम, रणजीत शास्त्री, कपिल, मंजू व निशा आदि उपस्थित रहे।