पलवल, 5 नवंबर। हरियाणा राज्य रैडक्रॉस सोसाइटी चंडीगढ़ के महासचिव डॉ. मुकेश अग्रवाल के निर्देशन एवं जिला उपायुक्त एवं अध्यक्ष डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ के कुशल मार्गदर्शन में जिला रैडक्रॉस सोसाइटी पलवल द्वारा पाँच दिवसीय जिला स्तरीय यूथ रैडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर 5 से 9 नवंबर तक रामानुजन कॉलेज ऑफ एजुकेशन, औरंगाबाद, पलवल के परिसर में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण शिविर में जिला के विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने हिस्सा ले रहे हैं।
शिविर का विधिवत शुभारंभ मुख्य अतिथि रामानुजन कॉलेज के निदेशक डॉ. ताराचंद शर्मा ने रैडक्रॉस के संस्थापक सर जीन हैनरी ड्यूना की फोटो पर पुष्प अर्पित करते एवं सरस्वती मां की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्वलित करते हुए किया। उन्होंने बताया कि किसी भी देश का भविष्य युवाओं के हाथों में होता है जिस देश का युवा जागरूक, सुदृढ़ एवं शक्तिशाली होगा वहां देश तरक्की करेगा। रैडक्रॉस सोसाइटी एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो स्वास्थ्य, सेवा मित्रता के साथ-साथ मानवता, भेदभाव रहित, सार्वभौमिकता, स्वतंत्र, निष्पक्षता, तटस्थता, एकता, स्वेच्छिक सेवाभाव से तत्पर आमजन में जागरूकता के भाव जगाती है।
इस अवसर पर जिला रैडक्रॉस सोसाइटी पलवल के सचिव बिजेंद्र सौरोत ने दिन प्रतिदिन शिविर की गतिविधियों बारे जानकारी दी। उन्होंने रैडक्रॉस इतिहास, यूथ रैडक्रॉस इतिहास की विस्तृत जानकारी दी तथा इसके साथ ही सभी प्रतिभागियों को रैडक्रॉस के चिन्ह के प्रयोग, दुरुपयोग बारे जागरूक किया। उन्होंने बताया कि इस चिन्ह का प्रयोग रैडक्रॉस गतिविधियों से जुड़ा रैडक्रॉस स्टाफ, स्वयं सेवक एवं आर्मी मेडिकल कोर शाखा ही कर सकती हैं, शेष अन्य संबंधित संस्थान अपने निर्धारित चिन्ह का प्रयोग करें।
जिला प्रशिक्षण अधिकारी नीतू सिंह ने मंच संचालन किया तथा उपस्थित प्रतिभागियों को रेडक्रॉस से जुडऩे तथा सभी की सहायता हेतु शपथ दिलाई। महाविद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. संध्या खेरा व डॉ. अनिल तंवर ने बच्चो को जीवन के नैतिक मूल्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया। अल्पना मित्तल, प्रवक्ता ने सभी को स्वयं सेवक की गतिविधियों बारे विस्तृत जानकारी दी।
शिविर के प्रथम दिन के सफल आयोजन में विभिन्न महाविद्यालयों के अध्यापकों सोनिया, रुचि, ओम प्रकाश, जे.पी. कौशिक, जिला रैडक्रॉस सोसाइटी पलवल की लेखाकार अंजली भयाना, भोजपाल सहरावत, नितिन कुमार, आरती मौर्य, अनीता शर्मा, अंकित, सूर्यकांत, हरबंश आदि का अहम योगदान रहा।