पलवल, 05 दिसंबर। जिला के खंड हसनपुर में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और ग्रामोदय सामाजिक संस्थान के द्वारा ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का एक दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता रमेश कुमार पटवारी ने की। विश्वास सहरावत ने ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के सदस्यों को ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के कार्य, संरचना, सदस्यों की संख्या, भागीदारी और जिम्मेदारियां के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि ग्राम जल एवं सीवरेज समिति में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है, क्योंकि महिलाएं ही पानी से संबंधित कार्य ज्यादा करती हैं। मानव जीवन के लिए पानी सबसे जरूरी है और इसको बनाया नहीं जा सकता, केवल बचाया ही जा सकता है।
जिला सलाहकार कुसुम जांगड़ा ने ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के सदस्यों को विस्तार से उनके कार्यों के बारे में अवगत कराया। ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के प्रत्येक सदस्य की अपनी जिम्मेदारी है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव में दी जा रही पानी की सप्लाई की देखरेख का कार्य ग्राम जल एवं सीवरेज समिति को ही करना है। उन्होंने कहा कि पानी के नए कनेक्शन देने, उपभोक्ता से संबंधी कोई भी ऑनलाइन बदलाव करने और पानी के बिल भी यह समिति के सदस्य ही भरवाएंगे।
ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर संजय कुमार ने पानी की गुणवत्ता से संबंधित विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि पानी के विभिन्न 13 प्रकार के टेस्ट होते हैं, जिसकी जांच पलवल की जिला स्तरीय लैब में करवाए जा सकते हैं। कुछ टेस्ट जैसे क्लोरीन टेस्ट, बैक्टीरियोलॉजिकल टेस्ट, टीडीएस की मात्रा लोग घर पर भी एफटीके किट के माध्यम से कर सकते हैं। पानी की गुणवत्ता उतनी जरूरी है, जितना शरीर के लिए पानी जरूरी है। गुणवत्ता रहित पानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। इसीलिए पीने के लिए स्वच्छ और साफ जल ही प्रयोग करना चाहिए। आईएसए से रोहतास व सतीश ने जल जीवन मिशन के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर हसनपुर खंड के सरपंचों, पंचायत सदस्यों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं आदि को जल वितरण प्रणाली के रखरखाव के लिए ग्राम जल एवं सीवरेज समिति संचालन पुस्तिका भेंट की गई।