पलवल, 27 सितंबर। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से हरियाणा विधानसभा आम चुनाव के लिए जिला की पलवल और होडल विधानसभा के लिए नियुक्त किए गए सामान्य पर्यवेक्षक शिवराज सिंह वर्मा ने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर मतदान के दिन बूथ पर अलर्ट रहें और सतर्कता से अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। माइक्रो ऑब्जर्वर को मतदान की समाप्ति के बाद अपनी रिपोर्ट दिए गए निर्धारित फार्मेट में विधानसभा के जनरल ऑब्जर्वर को जमा करवानी है।
सामान्य पर्यवेक्षक शिवराज सिंह वर्मा शुक्रवार को पलवल स्थित एडवांस इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज में जिला के तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए नियुक्त किए माइक्रों ऑब्जर्वर की ट्रेनिंग वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि हथीन में 78, होडल में 25 तथा पलवल में 40 माइक्रों ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। हरियाणा विधानसभा आम चुनाव के लिए पलवल जिला में 29 रिजर्व माइक्रो ऑब्जर्वर सहित कुल 143 माइक्रो ऑब्जर्वर लगाए गए हैं। शुक्रवार को सभी को ट्रेनिंग दी गई। माइक्रो ऑब्जर्वर को मंगलवार पहली अक्टूबर को द्वितीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सामान्य ऑब्जर्वर शिवराज सिंह वर्मा ने पीपीटी के माध्यम से प्रोजेक्टर स्क्रीन पर ट्रेनिंग देते हुए कहा कि सभी माइक्रो ऑब्जर्वर को पांच अक्टूबर मतदान के दिन सुबह चार बजे तक अपने बूथ पर पहुंचना है। सुबह 5.30 बजे मॉकपोल शुरू हो जाएगा। माइक्रो ऑब्जर्वर को यह देखना होगा कि मॉकपोल के समय कितने पोलिंग एजेंट मतदान केंद्र पर उपस्थित रहे। मॉकपोल के समय कितनी पर्चियां वीवीपैट से निकाली गई और उसके बाद क्लोज व रिजल्ट का बटन दबाया गया या नहीं। क्रिटिकल बूथों पर सीसीटीवी कैमरे व वीडियोग्राफर भी नियुक्त किए जाएंगे। इन मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती भी रहेगी। सुबह 5.30 बजे मॉकपोल, उसके बाद प्रात: 7 बजे पोलिंग शुरू होने, शाम को मतदान की समाप्ति और उसके बाद बूथ से पोलिंग पार्टी के रवाना होने तक की सारी गतिविधियों को माइक्रो ऑब्जर्वर ध्यान से नोट करेंगे।
एक-एक गतिविधि को ध्यानपूर्वक नोट करें माइक्रो ऑब्जर्वर : सामान्य पर्यवेक्षक
सामान्य पर्यवेक्षक शिवराज सिंह वर्मा ने कहा कि कोई माइक्रो ऑब्जर्वर अपने वाहन से बूथ तक नहीं पहुंच सका तो उसे 4 अक्तूबर को दोपहर बाद पोलिंग पार्टी के साथ गंतव्य स्थल तक भेजा जाएगा। माइक्रो ऑब्जर्वर को सभी मतदान केंद्रों की रिपोर्ट तैयार करनी होगी। मतदान की गोपनीयता, पोलिंग पार्टी का बूथ पर व्यवहार, पोलिंग एजेंटों की गतिविधियां, मतदाताओं का वोट डालने के लिए आना, फर्जी पोलिंग का प्रयास, बूथ पर मूलभूत सुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था, ईवीएम व वीवीपैट की प्रोपर वर्किंग, फार्म 17 सी पोलिंग एजेंटों को दिया जाना, पीओ डायरी का भरना आदि एक-एक गतिविधि को माइक्रो ऑब्जर्वर ध्यानपूर्वक नोट करेंगे। उन्हेें किसी कार्य में कतई हस्तक्षेप नहीं करना है। ट्रेनिंग वर्कशॉप में अनुदेशक ने ईवीएम तथा वीवीपैट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वोटिंग समाप्त होने के बाद माइक्रो ऑब्जर्वर भी ईवीएम के एड्रेस टैग की स्लिप पर अपने हस्ताक्षर करेंगे। इस अवसर पर जिला खेल अधिकारी अनिल कुमार, डीआईओ डीपी कुलश्रेष्ठïï, नायब तहसीलदार चुनाव सहित तीनों विधानसभा क्षेत्रों के माइक्रो ऑब्जर्वर उपस्थित रहे।
सामान्य पर्यवेक्षक शिवराज सिंह वर्मा ने किया ईवीएम कमीशनिंग कार्य का निरीक्षण
सामान्य पर्यवेक्षक शिवराज सिंह वर्मा ने होडल व पलवल विधानसभा के लिए किए जा रहे ईवीएम कमीशनिंग से संबंधित कार्य का मौके पर जाकर निरीक्षण किया और संबंधित कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, उम्मीदवार व एजेंट भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि ईवीएम कमीशनिंग से संबंधित कार्य ईवीएम रेंडमाइजेशन अनुसार किया जाए और नंबर को अच्छी तरह से मिलान किया जाए। उन्होंने कहा कि विधानसभा आम चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण रूप से संपन्न करवाना भारत निर्वाचन आयोग की पहली प्राथमिकता है। कमीशनिंग के कार्य में लगे सभी अधिकारी व कर्मचारी इस कार्य को बड़ी ही सावधानीपूर्वक करें। कमीशनिंग के दौरान भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन का पूर्ण रूप अनुपालन होना चाहिए और गोपनीयता का भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार ईवीएम मशीनों में सिंबल अपलोडिंग के साथ-साथ पोलिंग पार्टियों के लिए किट तैयार की जाए। होडल व पलवल विधानसभा क्षेत्र की सभी ईवीएम मशीनों को बूथ के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। इन विधानसभा क्षेत्र का कोई भी उम्मीदवार कमीशनिंग प्रक्रिया को देख सकता है।