फरीदाबाद, 30 नवम्बर।
लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने युवा शक्ति को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा, दिक्षा के बाद आप जीवन में नए कैरियर की शुरुआत करने जा रहे हैं, ऐसे में अपनी भारतीय संस्कृति की विरासत को आधार मानते हुए देश के सभ्य नागरिक के रूप में विकसित भारत बनाने का संकल्प लेते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में भारत आज बड़ी शक्ति के रूप में उभरकर सामने आया है। लोकसभा अध्यक्ष शनिवार को फरीदाबाद जिला स्थित मानव रचना विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। समारोह में हरियाणा सरकार में राजस्व एवं शहरी निकाय मंत्री श्री विपुल गोयल विशिष्ट अतिथि रहे। समारोह में आये मुख्यातिथि सहित अन्य अतिथिगण का अभिनंदन विश्वविद्यालय की चीफ पैटर्न सत्या भल्ला व कुलाधिपति डॉ. प्रशांत भल्ला व उपाध्यक्ष डॉ. अमित भल्ला द्वारा किया गया। दीप प्रज्ज्वलन के साथ समारोह का शुभारंभ विधिवत रूप से हुआ। विश्वविद्यालय के संस्थापक स्व. डॉ. ओपी भल्ला को नमन किया गया। समारोह में स्नातक, स्नातकोत्तर व पीएच.डी की करीब 1500 से अधिक डिग्री प्रदान की गई साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।
लोकतांत्रिक प्रणाली बन रही दुनिया के लिए अनुकरणीय : ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत की अतुल्य पहचान है। शासन चलाने की सर्वश्रेष्ठ पद्धति भारत की है और यही कारण है कि भारत की तरह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का दुनिया के अन्य देश भारत का अनुकरण कर रहे हैं। लोकतंत्र की मजबूत ताकत ही है कि हमारा भारत 21 वीं सदी में हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारत की संस्कृति, ज्ञान, कौशल, सामर्थ्य के फलीभूत वे विश्व स्तर पर स्वर्णिम भविष्य की कल्पना को साकार कर सकते हैं। उन्होंने गौरवांवित होते हुए कहा कि दुनिया भर में शिक्षा, चिकित्सा, आईटी , ऑटो सहित हर क्षेत्र में भारतीयों के आत्मविश्वास, काम करने के जुनून, संस्कार के साथ ही बौद्धिक क्षमता व परिवर्तन करने का जज्बा होने से हम सर्वोपरि हैं। उन्होंने बताया कि लोकमत व लोकजनमत के साथ हम देश को आगे बढ़ा रहे हैं साथ ही विविधता में एकता का संदेश देते हुए विकसित भारत की ओर सार्थक कदम बढ़ाने में हर भारतवासी अपना दायित्व निभा रहा है।
लोकसभा अध्यक्ष ने युवाओं का आह्वान किया कि हमारे पास पर्याप्त संसाधन हैं और वे अपनी नई ऊर्जा शक्ति के सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ जीवन में राष्ट्र हित की सोच के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि हम संविधान के अंगीकृत करने के 75 साल को गौरवपूर्ण ढंग से मना रहे हैं हमारे संविधान ने हमें समानता, स्वतंत्रता व बन्धुत्वता के सूत्र में पिरोते हुए संवैधानिक अधिकार दिए हैं और नैतिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत किया है। उन्होंने डिग्री धारकों को पूरे उत्साह के साथ जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अपने अभिभावकों व शिक्षकों द्वारा दिये गए संस्कार व शिक्षा को जीवन मे आगे बढ़ाते हुए युवा समाज हित मे अपना योगदान दें। साथ ही उन्होंने मानव रचना विश्वविद्यालय प्रबंधन को भी 27 साल से शिक्षा के क्षेत्र में भागीदारी के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
ग्लोबल चेंज मास्टर तैयार कर रहा हरियाणा : विपुल गोयल
समारोह में हरियाणा सरकार में राजस्व एवं शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल ने लोकसभा अध्यक्ष का जिला फरीदाबाद में पहुंचने पर उनका स्वागत किया। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि हरियाणा की धरा पर बेहतर शैक्षणिक माहौल व आधारभूत ढांचागत विकास के साथ युवा शक्ति को संस्कारवान बनाते हुए ग्लोबल चेंज मास्टर तैयार करने में हरियाणा सरकार अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही है। उन्होंने समारोह में डिग्री धारक युवाओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज यह गौरव का क्षण है जिसमें आप जीवन के नए पायदान पर कदम रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज विश्व में हर प्रतिष्टित कम्पनी में भारतवासी उच्च पदों पर आसीन हैं। ऐसे में भारत पूरी दुनिया का केंद्र बिंदु बन चुका है और हमारी युवा पीढ़ी का यही जज्बा व उनकी सकारात्मक विचारधारा विकसित भारत की दिशा में बढ़ते कदम का साक्षात प्रमाण है। उन्होंने डिग्री धारकों को कहा कि वे जहां भी दुनिया मे जाएं अपने पेरेंट्स, टीचर्स द्वारा दिये गए संस्कारों के फलीभूत उनका मान सम्मान रखते हुए भारतीय संस्कृति को कभी न भूलें।
पीएचडी की मानद उपाधि से इन्हें किया अलंकृत :
दीक्षांत समारोह में मानव रचना विश्वविद्यालय की ओर से सांसद अनुराग शर्मा, चेयरपर्सन हरियाणा जल स्रोत केशनी आनंद अरोड़ा, आलोक शर्मा, पंकज बंसल, पंकज बंसल, पद्मश्री रानी रामपाल, संजय सेठी, डॉ. तनुजा सिंह, आनंद मेहता, डॉ. मनहेल थाबेट व प्रदीप मोहंती को पीएच.डी डिग्री की मानद उपाधि से अलंकृत किया।