
पलवल, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के पलवल कार्यालय में भजन मंडली के अनुभवी चिमटा वादक मुकुट लाल ने 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद विभागीय सेवा से सेवानिवृत्ति प्राप्त की। इस अवसर पर उनके सम्मान में एक विशेष विदाई समारोह आयोजित किया गया, जहां डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार और अधीक्षक राजबीर सिंह के मार्गदर्शन में साथी कर्मचारियों ने उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में मुकुट लाल को पुष्पमालाएं पहनाकर, पारंपरिक पगड़ी से सम्मानित किया गया। 1988 में फरीदाबाद से शुरू हुई उनकी यात्रा ने गुरुग्राम, नूंह और पलवल में शानदार सेवाओं की छाप छोड़ी। कुल 37 वर्षों की निष्ठावान सेवा के उपरांत वे आज सम्मानपूर्वक सेवानिवृत्त हुए।
एआईपीआरओ पवन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि बिना किसी विवाद या दाग के सेवा पूरी करना किसी भी सरकारी कर्मचारी के लिए सबसे गौरवपूर्ण क्षण होता है। उन्होंने मुकुट लाल की ईमानदारी, अनुशासन और सकारात्मक व्यवहार की सराहना करते हुए उन्हें मिलनसार और समर्पित कर्मचारी बताया।
अपने अनुभव साझा करते हुए मुकुट लाल ने कहा कि कार्यकाल के दौरान उन्हें विभाग में सहयोगी साथियों व वरिष्ठों से निरंतर सहयोग मिला। उन्होंने यह भी कहा कि भले ही वे सेवानिवृत्त हो गए हैं, लेकिन भविष्य में भी विभाग को उनकी आवश्यकता होगी तो वे हमेशा तत्पर रहेंगे।
समारोह में भजन मंडली के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए लोक गीतों और भजनों ने माहौल को भावुक कर दिया। कार्यक्रम का संचालन धर्मबीर सिंह ने किया।
उपस्थिति में रहे कई गणमान्य व्यक्ति, जिनमें लेखाकार विनोद धनखड़, आईसीए प्रदीप गोयल, सतीश कुमार, कुमारी ममता, राजेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, देवेंद्र तेवतिया सहित अनेक अधिकारी-कर्मचारी और मुकुट लाल के परिजन शामिल रहे।