
हमारा देश सदियों से गौरवशाली रहा है। प्राचीन काल में हमारी सभ्यता नदियों और घाटियों के किनारे विकसित हुई थी, जिससे हम समृद्ध थे, लेकिन इसी कारण बार-बार हम पर आक्रमण भी हुए। हमने लंबे समय तक कठिन परिस्थितियों का सामना किया और आज़ादी के कुछ ही दशकों में गरीबी, बीमारी और अशिक्षा से उभरने में सफलता पाई है।
देश और राज्य की प्रगति में सुरक्षा बलों की भूमिका अविस्मरणीय है। हरियाणा पुलिस के हजारों जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। अकेले हरियाणा में अब तक 84 वीरगति प्राप्त सहकर्मी हैं, जिनके बलिदान को हम श्रद्धा से नमन करते हैं।
हिंसा और छल मानव स्वभाव में हो सकता है, लेकिन लोकतंत्र का अस्तित्व इन्हें रोकने वाले कानून और सुरक्षा बलों पर निर्भर है। पुलिस का कर्तव्य है कि वह समाज में सभी के अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित करे।
कुछ लोग कानून और सामाजिक नियमों का पालन नहीं करते। हमारा काम उन्हें रोकना और समाज में शांति बनाए रखना है। हर दिन हर कार्य में पुलिस राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा रही है। उनका समर्पण समाज को सुरक्षा, रोजगार और स्थिरता देता है।
पुलिस के कर्मियों का आचरण दूसरों के लिए प्रेरणा और विश्वास का स्रोत बनना चाहिए। हमें समझना चाहिए कि समाज ने कई पीढ़ियों तक कठिनाइयाँ सहकर आज़ादी पाई है। हमें सुरक्षा बलों के समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।
जैसा एक शेर कहता है:
“सच्चे दोस्त वही हैं जो धोखे में भी नहीं डरते।”
इतिहास के इस दौर में, जब आप राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, मुझे पूरा विश्वास है कि आप सही और गलत में हमेशा न्याय के पक्ष में खड़े रहेंगे। चाहे जो भी कीमत चुकानी पड़े।
जय हिन्द!
ओ.पी. सिंह
डीजीपी, हरियाणा