नई दिल्ली, 10 सितम्बर 2025 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राजधानी की गिरती वायु गुणवत्ता को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि स्वच्छ हवा सर्वेक्षण में दिल्ली के 32वें स्थान पर आने से साफ है कि प्रदूषण रोकने के लिए सरकार पूरी तरह असफल रही है।
यादव का कहना है कि सड़कों की मरम्मत, मशीनों से सफाई, कचरे के जैविक निस्तारण, सीएंडडी वेस्ट प्रबंधन, हरित पट्टी का विस्तार, स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम और स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने जैसे 9 अहम बिंदुओं पर सरकार नाकाम रही। नतीजा यह है कि दिल्लीवासियों की औसतन उम्र लगभग 8 साल तक कम हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार भी पिछली आम आदमी पार्टी सरकार की तरह केवल दावे करती रही, जबकि असल में प्रदूषण नियंत्रण पर मिलने वाले फंड का सिर्फ 32.65% ही खर्च किया गया। एमसीडी, एनडीएमसी, छावनी बोर्ड और पीडब्ल्यूडी के बीच तालमेल की कमी ने हालात और बिगाड़ दिए।
यादव ने कहा कि हवा में माइक्रोप्लास्टिक और हेवी मेटल लगातार फेफड़ों की क्षमता घटा रहे हैं। पीएम 2.5 प्रदूषण में अकेले परिवहन का योगदान 51.5% है, जबकि सड़क की धूल 12%, घरेलू गतिविधियां 13.2%, उद्योग 11%, निर्माण कार्य 6.9% और कचरा जलाना 4.7% जिम्मेदार है।
उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली की 16,200 सड़कों की हालत जर्जर है, सफाई के लिए 300 मशीनों की जरूरत है पर उपलब्ध सिर्फ 60 हैं। लैंडफिल साइट्स पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, पौधारोपण विफल रहा और प्रतिदिन निकलने वाले 11,842 टन कचरे का केवल 38.3% ही प्रबंधित हो पा रहा है। स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम और सीसीटीवी की कमी के चलते हालात और बिगड़े हैं।
इसके अलावा उन्होंने यमुना सफाई पर भी सरकार को घेरा। यादव ने कहा कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद फैली गंदगी को हटाने में सरकार पूरी तरह विफल रही है, जिससे बीमारियों का खतरा और बढ़ेगा।