नई दिल्ली, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि लंबे समय से दिल्ली पर शासन कर रही भाजपा और आम आदमी पार्टी ने अनाधिकृत, पुनर्वास और जे.जे. कॉलोनियों को सिर्फ अनदेखी और अव्यवस्था की तरफ धकेला है। उनके अनुसार, इन इलाकों में फैली गंदगी, टूटी सड़कों और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने दोनों पार्टियों के वादों की सच्चाई जनता के सामने ला दी है। यादव का कहना है कि लगातार झूठे आश्वासनों से थकी दिल्ली अब भरोसे के नए विकल्प के रूप में कांग्रेस की ओर देख रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जैसे विधानसभा चुनावों में वादाखिलाफी हुई, उसी तरह निगम उपचुनावों में भी भाजपा 12 वार्डों में लोगों से फिर वोट मांग रही है, जबकि लोग अब इन दावों पर विश्वास नहीं करते। यादव ने कहा कि जहां आम आदमी पार्टी ने वर्षों तक झुग्गी बस्तियों पर कार्रवाई करके लोगों को बेघर किया, वहीं पिछले नौ महीनों में भाजपा द्वारा भी ऐसी ही स्थितियां पैदा की गईं।
निगम उपचुनाव प्रचार के दौरान संगम विहार–ए वार्ड 163 में कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश चौधरी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए यादव ने कहा कि यहां के लोग पहले AAP और फिर बीजेपी सरकार की नीतियों का सीधा असर झेल रहे हैं। क्षेत्र की अनधिकृत और पुनर्वास कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को टूटी सड़कों, जर्जर नालियों और सफाई की कमी से जूझना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि इलाके में जितनी भी सड़कें, नालियां और सामुदायिक भवन हैं, वे पुराने कांग्रेस शासन काल में बने थे और तब से अब तक किसी सरकार ने कोई नया काम नहीं किया।
यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की विधानसभा शालीमार बाग के वार्ड में भी उपचुनाव हो रहा है, जहां झुग्गियों को हटाकर हजारों लोगों को बिना किसी उचित व्यवस्था के उजाड़ दिया गया। लगभग 1600 लोगों के लिए सिर्फ दो सार्वजनिक शौचालय होना—एक पुरुषों और एक महिलाओं के लिए—लोगों की स्थिति को और कठिन बना रहा है। सफाई, कूड़ा निस्तारण और मूलभूत सुविधाओं के अभाव में स्थानीय निवासी मजबूरी में खुले में शौच और नहर में कूड़ा फेंकने को विवश हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी घर-घर जाकर लोगों को फिर से गलत वादों के जाल में न फंसने की अपील कर रहे हैं और ‘हाथ’ वाले निशान पर वोट देकर बदलाव लाने की मांग कर रहे हैं। यादव ने सवाल उठाया कि पिछले नौ महीनों में भाजपा ने क्या पीने के पानी की लाइन, यमुना की सफाई, प्रदूषण नियंत्रण, कूड़े के पहाड़ों को हटाने या दिल्ली की सड़कों और नालों को व्यवस्थित करने के किसी भी काम की शुरुआत की है?

