नई दिल्ली, 3 अक्टूबर, 2025 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सरकार द्वारा स्कूलों में आरएसएस का इतिहास पढ़ाने के कदम को “खतरनाक और प्रतिगामी” बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रनीति शिक्षा योजना के तहत कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों को स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में आरएसएस समर्थकों की जीवनी और इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पढ़ाया जाएगा, जो छात्रों के सोचने की क्षमता को सीमित कर सकता है।
देवेंद्र यादव ने सवाल उठाया कि क्या आरएसएस के इतिहास को पढ़ाकर बच्चों में देश के प्रति सम्मान बढ़ेगा या उन्हें संकीर्ण दृष्टिकोण में बाँधा जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा विशेषज्ञ और इतिहासकार स्वतंत्रता संग्राम में आरएसएस की भूमिका को कभी महत्व नहीं देते थे और भाजपा का यह कदम भविष्य में छात्रों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि यदि देश आरएसएस की विचारधारा पर चलता, तो आईआईटी, आईआईएम, एम्स और इसरो जैसे संस्थान संभव नहीं होते। पं. जवाहरलाल नेहरू ने देश को विकास की राह पर अग्रसर किया और पाठ्यक्रम में संतुलित इतिहास और संविधान की जानकारी शामिल की।
देवेंद्र यादव ने यह भी बताया कि गांधी जी की हत्या की साजिश में शामिल आरएसएस अब गांधी जयंती पर श्रद्धांजलि देकर अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उनके अनुसार ऐसा प्रयास संगठन की विवादित प्रतिष्ठा को नहीं बदल सकता। उन्होंने आरएसएस के इतिहास को देश के विभाजन और विनाश से जोड़ा और चेतावनी दी कि बच्चों को इस तरह की शिक्षा देना राष्ट्र के भविष्य के लिए खतरनाक है।