नई दिल्ली, – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भाजपा की दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया है कि राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए क्लाउड सीडिंग के महंगे ट्रायल के बावजूद कोई ठोस परिणाम नहीं मिला। उन्होंने बताया कि 3.21 करोड़ रुपये खर्च करके किए गए 90 मिनट के ट्रायल में केवल 5-15% बारिश बढ़ी और इसका असर अस्थायी रहा।
विशेषज्ञों के अनुसार, बादलों में डाले जाने वाले सिल्वर आयोडाइड से स्वास्थ्य जोखिम भी हो सकते हैं, खासकर अस्थमा या सांस की समस्या वाले लोगों के लिए।
देवेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदूषण और अन्य योजनाओं पर ध्यान देने के बजाय प्रचार-प्रसार और इमेज बिल्डिंग पर अधिक खर्च कर रही है। 8 मार्च से 23 सितंबर 2025 के बीच 7.33 करोड़ रुपये प्रचार पर खर्च हो गए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के मुख्य कारण वाहन धूल, निर्माण धूल, औद्योगिक उत्सर्जन, वेस्ट जलाना और पराली जलाना हैं। क्लाउड सीडिंग सिर्फ बादलों की उपलब्धता पर निर्भर है और पहले ट्रायल में असफल होने के बाद दूसरे ट्रायल में बादलों की कमी के कारण काम रुक गया।
देवेंद्र यादव ने चेतावनी दी कि क्लाउड सीडिंग महंगी, अस्थायी और पर्यावरण के लिए जोखिम भरी प्रक्रिया है। यदि सही परिस्थितियाँ न हों, तो यह न केवल असफल होगा, बल्कि रासायनिक जमा होने से मिट्टी और जल प्रदूषण का खतरा भी बढ़ सकता है।

