
नई दिल्ली, 5 सितंबर 2025: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राजधानी में यमुना नदी के उफान और बाढ़ के हालात पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को तत्काल बुनियादी सुविधाएँ और सुरक्षित आश्रय की जरूरत है, लेकिन भाजपा सरकार इस मामले में पूरी तरह असफल साबित हुई है।
यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली को व्यवस्थित करने और इसे “लंदन जैसी” राजधानी बनाने के वादे किए थे, लेकिन आज स्थिति पूरी तरह विपरीत है। दिल्ली में टूटी सड़कें और गहरे गड्ढे आम लोगों की जान और यातायात के लिए खतरा बन गए हैं। अलीपुर हाईवे, सदर बाजार, चॉदनी चौक, लाल किला मार्ग, मुंडका, गीता कॉलोनी, नजफगढ़ और अन्य बाहरी क्षेत्र अब यातायात के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं।
उन्होंने 25 जून, 2025 को PWD द्वारा 1400 किलोमीटर सड़कों पर 3,433 गड्ढों की मरम्मत का दावा “विश्व रिकॉर्ड” बताया गया था, उसे बारिश ने झूठा साबित कर दिया है। यादव ने कहा कि दिल्ली की सड़कों को बनाने में भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों सरकारों ने करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन सड़कें अब पूरी तरह जर्जर हैं और गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
देवेंद्र यादव ने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार के दावे खोखले साबित हुए हैं और यमुना में बाढ़ और डूबी सड़कों ने लोगों की जिंदगी और यातायात को गंभीर खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों की शिकायतों पर न तो पिछली केजरीवाल सरकार ने ध्यान दिया और न ही वर्तमान भाजपा सरकार ने।
सारांश: दिल्ली की सड़कें टूटी और गहरे गड्ढों से भरी हुई हैं, बाढ़ प्रभावित लोग असुरक्षित हैं, और भाजपा सरकार के वादे केवल दावे साबित हुए।