
नई दिल्ली, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की दिवाली से पहले व्यापारियों को 1600 करोड़ रुपये के जीएसटी रिटर्न देने की घोषणा पर सवाल उठाया। उन्होंने चेताया कि यह वादा भी पिछले अन्य घोषणाओं की तरह केवल कागज पर न रह जाए।
यादव ने कहा कि 2019 से लंबित जीएसटी रिफंड को ब्याज समेत व्यापारियों को तुरंत लौटाना चाहिए। उन्होंने व्यापारियों की लाइसेंसिंग प्रक्रिया को सरल बनाने, प्रशासनिक अड़चनों को कम करने और आर्थिक अनिश्चितताओं को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने की भी मांग की।
साथ ही उन्होंने कहा कि आटा, चीनी, पत्ती, पैक्ड मक्खन, दही, पेन, साबुन, टूथपेस्ट, नोटबुक, रजिस्टर, पेंसिल आदि रोजमर्रा की वस्तुओं से जीएसटी हटाया जाना चाहिए। वर्तमान में इन पर 5% से 18% तक जीएसटी वसूला जा रहा है, जो आम जनता और व्यापारियों दोनों पर भारी पड़ रहा है।
यादव ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के समय जीएसटी लागू करने का विरोध करने वाली भाजपा सत्ता में आने के बाद इसे बढ़ाकर गरीब और मध्यम वर्ग को प्रभावित कर रही है। उन्होंने सरकार से अपील की कि जीएसटी रिफंड और वसूली के मामलों में शीघ्र कार्रवाई कर राहत दी जाए।