
पलवल, 1 अगस्त।
जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए शुक्रवार को एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया, जिसमें भूकंप और केमिकल रिसाव जैसी आपदाओं से निपटने का अभ्यास किया गया। ‘सुरक्षा चक्र’ नामक इस अभ्यास में एनडीआरएफ, सीआरडीएफ और कई विभागों की टीमें शामिल हुईं।
प्रशिक्षण के दौरान, सुबह 9:03 बजे जिला नागरिक अस्पताल में भूकंप की काल्पनिक सूचना के साथ सायरन बजा और राहत टीमें सक्रिय हो गईं। एनडीआरएफ की भटिंडा बटालियन की टीम, असिस्टेंट कमांडेंट सरोज रानी के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला। प्राथमिक उपचार, स्ट्रेचर रेस्क्यू, फायर फाइटिंग और CPR जैसी जरूरी तकनीकें अभ्यास में दिखाईं गईं।
उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने पूरे अभ्यास की निगरानी की और विभागों की रिस्पॉन्स टाइमिंग भी रिकॉर्ड की। उन्होंने बताया कि इस ड्रिल का उद्देश्य विभागों के बीच समन्वय बढ़ाना, इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम को जांचना और आमजन में जागरूकता फैलाना है।
सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स, रेडक्रॉस, एम्बुलेंस और दमकल विभाग ने अहम भूमिका निभाई। एनडीआरएफ अधिकारियों ने बताया कि आपात स्थिति में उनकी टीम हर समय तैयार रहती है और उनके पास सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं।
इस मॉक ड्रिल में बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों, एनसीसी कैडेट्स और आम नागरिकों की सहभागिता रही, जिससे यह अभ्यास और भी प्रभावी बन गया।