
पलवल, जिले में आवारा गौवंश की समस्या के समाधान हेतु प्रशासन ने विशेष अभियान को नई गति दी है। सोमवार को उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों और गौशाला प्रबंधकों ने भाग लिया। यह अभियान 1 से 31 अगस्त तक जिलेभर में चलाया जा रहा है, जिसमें बेसहारा गायों को चिन्हित कर निकटवर्ती गौशालाओं में भेजा जाएगा।
नगर परिषद की टीमें इस कार्य में जुटी हैं, जबकि पशुपालन विभाग स्वास्थ्य परीक्षण और टैगिंग की जिम्मेदारी निभाएगा। उपायुक्त ने बताया कि पलवल में करीब 500 आवारा गायें हैं, जिन्हें चरणबद्ध तरीके से पुनर्वासित किया जाएगा। पशुपालकों को चेतावनी दी गई है कि अगर उनके पशु सड़कों पर पाए गए तो पहली बार ₹5000 और दोबारा ₹10,000 तक का जुर्माना लगेगा।
सड़कों पर घूमते पशुओं के कारण हादसों की आशंका बनी रहती है, जिससे बचाव के लिए यह कार्रवाई जरूरी मानी जा रही है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पंजीकृत गौशालाओं को सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी ताकि पशुओं की बेहतर देखभाल सुनिश्चित हो सके।