
सोनीपत, उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा कि खरीफ फसल बेचने के लिए आने वाले किसानों को मंडियों में किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए सभी जरूरी इंतज़ाम पहले से पूरे किए जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडियों में पेयजल, शौचालय, बिजली, साफ-सफाई, तुलाई मशीन, बोरी और तिरपाल जैसी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
खरीफ सीजन की तैयारियों को लेकर लघु सचिवालय में बैठक के दौरान उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि धान की खरीद पारदर्शिता और तय समय सीमा में होनी चाहिए। किसानों को उनकी फसल का भुगतान देरी के बिना मिले, इसके लिए मार्केटिंग बोर्ड, आपूर्ति विभाग और आढ़तियों में तालमेल बनाए रखना ज़रूरी है।
उन्होंने एसडीएम को आदेश दिए कि वे अपनी-अपनी मंडियों का निरीक्षण करें और यदि कोई कमी मिले तो उसे तुरंत दूर करवाएं। मंडियों में सुरक्षा व यातायात व्यवस्था के साथ-साथ फसल उठान भी समय पर होना चाहिए। किसानों के लिए कैंटीन की व्यवस्था की जाएगी, जहां 10 रुपये में भोजन उपलब्ध होगा।
जिले में धान की खरीद के लिए गन्नौर, गोहाना, सोनीपत, खरखौदा, कथूरा, कासंडी और जाखौली मंडियां तय की गई हैं, जबकि बाजरे की खरीद के लिए खरखौदा, सोनीपत और गोहाना मंडियों का चयन हुआ है। सरकार ने कॉमन धान का मूल्य 2369 रुपये प्रति क्विंटल, ग्रेड-ए धान 2389 रुपये, बाजरा 2775 रुपये और मक्का 2400 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन, एसडीएम गोहाना अंजलि श्रात्रिय, नगराधीश डॉ. अनमोल, डीएफएससी मनीषा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।