नई दिल्ली, 21 नवंबर 2025 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार गरीब बस्तियों को हटाने पर जोर दे रही है, जबकि कांग्रेस शासन ने मलिन बस्तियों के निवासियों को बसाने के लिए बड़े पैमाने पर फ्लैट, प्लॉट और पुनर्वास कॉलोनियां विकसित की थीं। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की बड़ी आबादी उन्हीं बस्तियों में रहती है, जिनकी नींव कांग्रेस सरकार ने डाली थी।
देवेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा सरकार कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले पिछले 15 वर्षों के निगम शासन, भ्रष्टाचार और आठ महीनों से अधूरे पड़े वादों पर ध्यान दे। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में दिल्ली में हुए विकास को भुलाया नहीं जा सकता, और यह वही कार्य हैं जिनसे राजधानी की पहचान बनी।
उन्होंने कहा कि रेखा गुप्ता लगातार कांग्रेस द्वारा बसाई गई कॉलोनियों पर सवाल उठा रही हैं, लेकिन भाजपा स्वयं 15 वर्षों तक निगम में सत्ता में रही और कोई ठोस काम नहीं कर सकी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की ‘जहां झुग्गी, वहीं मकान’ योजना के तहत बनाए गए हजारों फ्लैट आज भी गरीबों को आवंटन का इंतज़ार कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल उठाया कि चुनाव प्रचार के दौरान जिन बस्तियों में रात गुजारकर भाजपा नेताओं ने समर्थन मांगा, चुनाव जीतने के बाद उन्हीं घरों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले नौ महीनों में झुग्गीवासियों को बेघर करने पर ज्यादा ध्यान दिया गया, जबकि जनता के लिए किए गए वादों का कोई क्रियान्वयन नहीं हुआ।
देवेंद्र यादव ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनावों के समय महिलाओं को ₹2500 मासिक सहायता, त्योहारों पर सस्ते गैस सिलेंडर और कई अन्य घोषणाएं की गईं, लेकिन इनमें से कोई वादा पूरा नहीं किया गया। उनका कहना था कि कांग्रेस सरकार ने विकास और किए गए वादों को लागू करने पर विश्वास किया, जबकि भाजपा सिर्फ घोषणाएं कर राजनीतिक लाभ लेना चाहती है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान जेजे कॉलोनियों के निवासियों को जमीन आवंटित की गई, उन्हें स्थानांतरित करने के लिए फ्लैट बनाए गए और मंगोलपुरी, त्रिलोकपुरी, कल्याणपुरी, जहांगीरपुरी, सुल्तानपुरी जैसी कॉलोनियों को वैकल्पिक आवास के रूप में विकसित किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की लापरवाही तब उजागर हुई जब समय रहते सफाई और जल निकासी न होने के कारण राजधानी में जलभराव, कचरा और यमुना में प्रदूषण बढ़ गया।

