
सोनीपत, 27 सितम्बर। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत के शहरों को गंदगी मुक्त और स्वच्छ बनाने के लिए एकता और अंत्योदय की भावना सबसे अहम है। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी ने “राजनीतिक आज़ादी” के साथ “गंदगी से मुक्ति” का भी सपना देखा था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से आगे बढ़ाया।
आईआईटी एजुकेशन सिटी, सोनीपत में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छ शहर जोड़ी (एसएसजे) पहल की औपचारिक शुरुआत हुई। इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा इस मिशन में अग्रणी भूमिका निभाएगा। करनाल और सोनीपत नगर निगम को पाँच-पाँच नगर पालिकाओं के साथ जोड़ा गया है ताकि बड़े शहर छोटे नगरों का मार्गदर्शन कर सकें।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस पहल के तहत 72 मेंटोर शहर और करीब 200 मेंटी शहर जोड़े गए हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण के आधार पर बनाए गए इस मॉडल में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहर मार्गदर्शक बनेंगे और सुधार की ज़रूरत वाले शहर उनसे सीखेंगे। यह अब तक का सबसे बड़ा सिटी-ट्विनिंग स्ट्रक्चर है, जो ज्ञान साझा करने और व्यावहारिक समाधान खोजने का अवसर देगा।
कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के नगर निकायों के प्रतिनिधि और अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान एमओयू पर हस्ताक्षर कर सहयोगात्मक शहरी शासन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया।
मनोज लाल ने बताया कि 100 दिनों की कार्ययोजना के तहत सभी शहर जोड़ीदार नगर अपनी रणनीति बनाएंगे, साइट विज़िट करेंगे और अनुभव साझा करेंगे। इसका मूल्यांकन स्वच्छ सर्वेक्षण 2026 में किया जाएगा।
इस अवसर पर स्वच्छता गीत भी लॉन्च किया गया, जिसे अमित त्रिवेदी और श्रेया घोषाल ने अपनी आवाज़ दी है।