
सोनीपत, 05 सितंबर। उपायुक्त सुशील सारवान की अगुवाई में शुक्रवार को विशेष बैठक में पंजाब में बाढ़ से प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री भेजने का निर्णय लिया गया। बैठक में सभी संबंधित विभागों को जिम्मेदारियां दी गईं और तैयारियों का पूरा जायजा लिया गया।
उपायुक्त ने बताया कि बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं और जिला प्रशासन का कर्तव्य है कि उन्हें समय पर हर संभव मदद पहुंचे। राहत सामग्री में आटा, चावल, दाल, चीनी, नमक, सरसों का तेल, बिस्कुट, सूखा दूध, पैकेज्ड पानी, प्राथमिक उपचार की दवाइयाँ, सैनिटरी किट, बच्चों के लिए दूध पाउडर और बुजुर्गों के लिए जरूरी सामान शामिल होगा। साथ ही कंबल, तिरपाल, टॉर्च और बैटरी जैसी सामग्री भी भेजी जाएगी।
बैठक में यह भी तय किया गया कि स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं और समाजसेवियों की मदद से राहत सामग्री को इकट्ठा कर प्रभावित परिवारों तक पहुंचाया जाएगा। उपायुक्त ने सभी सामाजिक, धार्मिक और औद्योगिक संगठनों से अपील की कि वे इस संकट में आगे आएं और बाढ़ पीड़ितों की मदद करें।
राहत सामग्री के संग्रहण के लिए एसडीएम खरखौदा और गोहाना, तथा पैकिंग और परिवहन के लिए एसडीएम सोनीपत और गन्नौर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि यह केवल प्रशासनिक कार्य नहीं, बल्कि मानवता का दायित्व है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर एसडीएम गोहाना अंजलि श्रोत्रिय, एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र, एसडीएम खरखौदा डॉ. निर्मल नागर, एसडीएम गन्नौर प्रवेश कादियान, सुगर मिल गोहाना की एमडी अंकिता वर्मा और डीआरओ सुशील शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।