
पलवल, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 1 से 19 साल तक के बच्चों और किशोरों को एल्बेंडाजोल की गोलियां वितरित की। उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने दयानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सिविल सर्जन डॉ. सतिंदर वशिष्ठ और डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रामेश्वरी भी उपस्थित रहीं।
उपायुक्त ने बताया कि पेट के कीड़े बच्चों में खून की कमी और कमजोरी पैदा करते हैं, जिससे कुपोषण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह दवा बच्चों के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों से अपील की कि सभी बच्चे इसे समय पर लें, ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें।
सिविल सर्जन डॉ. सतेंद्र वशिष्ठ ने कहा कि एल्बेंडाजोल से बच्चों और किशोरों में एसटीएच संक्रमण कम होता है, स्वास्थ्य बेहतर होता है, और उनके शैक्षिक प्रदर्शन और संज्ञानात्मक क्षमताओं में सुधार आता है। इस अभियान के तहत जिले में करीब 5 लाख 89 हजार बच्चों को गोलियां देने का लक्ष्य रखा गया है। 1–2 साल के बच्चों को आधी गोली, 2–3 साल के बच्चों को पूरी गोली, और 3–19 साल के बच्चों एवं 20–24 साल की महिलाओं को पूरी गोली दी गई।
जो बच्चे किसी कारणवश गोलियां नहीं ले पाए, उन्हें 2 सितंबर को एल्बेंडाजोल दी जाएगी। इस मौके पर समाजसेविका अल्पना मित्तल, स्कूल प्रधानाचार्य डॉ. विजेंद्र कुमार, प्रधान महेश गर्ग सहित कई शिक्षक और बच्चे मौजूद रहे।