
पृथला, 27 अगस्त।
कांग्रेस विधायक रघुबीर तेवतिया ने हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में पृथला क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं को जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि पृथला का इलाका ग्रामीण पृष्ठभूमि वाला है और पलवल व फरीदाबाद के बीच बंटा होने के कारण लोगों को छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए दोनों जिलों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। ऐसे में पृथला को अलग उपमंडल बनाया जाए तथा दयालपुर, फतेहपुर बिल्लोच या मोहना-छांयसा जैसे बड़े गांवों को भी उपमंडल का दर्जा मिले।
शिक्षा और खेल सुविधाओं पर बोलते हुए तेवतिया ने जनौली गांव में बने डाइट भवन का जिक्र किया। उन्होंने मांग रखी कि इस भवन में जेबीटी की बंद की गई कक्षाओं की जगह सरकारी कॉलेज, नर्सिंग संस्थान या खेल शिक्षा से जुड़ी पढ़ाई शुरू की जाए। साथ ही 6 एकड़ जमीन पर खेल स्टेडियम बनाने की बात भी रखी।
किसानों की सिंचाई व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि गुड़गांव नहर पृथला क्षेत्र से गुजरती है लेकिन वहां कुलाबे न होने से किसान पानी के लिए परेशान हैं और मजबूरी में चोरी से पानी लेना पड़ता है। उन्होंने कुलाबे बनाने की मांग की ताकि किसानों को न्याय मिले।
सड़क व्यवस्था पर तेवतिया ने खस्ताहाल रास्तों की तरफ ध्यान दिलाया। उन्होंने बताया कि पिछली बार उनकी मांग पर सरकार ने 26 सड़कों के पुनर्निर्माण की घोषणा की थी, लेकिन अभी कई सड़कें ऐसी हैं जिनकी हालत बेहद खराब है। उन्होंने ठेकेदारों को गुणवत्तापूर्ण निर्माण सामग्री के इस्तेमाल की हिदायत देने की अपील की।
ग्रामीण इलाकों में जोहड़ों के ओवरफ्लो से हो रही परेशानी और बघौला फ्लाईओवर के धीमी गति से हो रहे निर्माण पर भी उन्होंने चिंता जताई। उनका कहना था कि फ्लाईओवर के कारण रोज़ाना घंटों का जाम लगता है जिससे आमजन और छात्रों को भारी दिक्कत झेलनी पड़ती है।
सेम की समस्या से जूझ रहे कई गांवों का मुद्दा भी उन्होंने उठाया और गोंछी ड्रेन के जरिए पानी निकासी की उचित व्यवस्था की मांग रखी।
तेवतिया ने कहा कि भले ही वह विपक्ष में हैं, लेकिन जनता ने उन्हें अपने प्रतिनिधि के रूप में भेजा है। इसलिए वह हर मंच पर क्षेत्र की आवाज़ उठाते रहेंगे और सरकार से अपेक्षा करते हैं कि इन समस्याओं का जल्द समाधान हो, ताकि पृथला का सर्वांगीण विकास हो सके।