नई दिल्ली, 11 सितम्बर, 2025 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली के कई सरकारी स्कूल अब भी टीन शेड में चल रहे हैं, जिनमें बच्चे असुरक्षित और असुविधाजनक हालात में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। दिल्ली हाईकोर्ट ने इस स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि बच्चों को टीन शेड में बैठाना मानवता के लिए हानिकारक है।
यादव ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने हाल ही में स्मार्ट क्लास, ए.आई. लैब और आधुनिक तकनीक की बातें की थीं, लेकिन सरकारी स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं और सुरक्षित भवनों की कमी के कारण प्राइवेट स्कूलों से मुकाबला करना संभव नहीं है।
अशोक नगर, जीनत महल, कमला मार्केट, मयूर विहार और भाटी के स्कूलों में वेंटिलेशन, तापमान नियंत्रण और उचित बैठने की व्यवस्था नहीं है। बच्चों को गर्मी और उमस में पढ़ाई करनी पड़ रही है। 799 सरकारी स्कूलों में से कई स्कूल पानी और बिजली के अभाव से जूझ रहे हैं। कुछ स्कूलों को टैंकर या बोरवेल पर निर्भर रहना पड़ता है, जबकि कई स्कूलों में नियमित पानी और बिजली की सप्लाई ही नहीं है।
यादव ने कहा कि टीन शेड और जर्जर भवनों में पढ़ाई कर रहे बच्चों का भविष्य खतरे में है। आधी क्षमता में उपलब्ध शिक्षक और तनावग्रस्त गेस्ट टीचर बच्चों की शिक्षा सुधारने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल घोषणाओं से काम नहीं चलेगा; बच्चों के लिए सुरक्षित और आधुनिक शिक्षा व्यवस्था के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।