नई दिल्ली, 22 सितंबर 2025 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के हालिया बयान ने स्पष्ट कर दिया कि भाजपा ईवीएम मशीनों में छेड़छाड़ करके सत्ता हासिल करती रही है। यादव ने बताया कि रेखा गुप्ता ने कहा, “हम जीत गए तो ईवीएम हैक, वे जीतें तो जनादेश,” जो पिछले तीन दशकों से भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों की जीत पर सवाल उठाता है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि यह बयान साबित करता है कि भाजपा द्वारा वोटों की धांधली और चुनाव अधिकारियों का प्रयोग राजनीतिक हितों के लिए किया जाता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के साथ मिलकर भाजपा के वोट छेड़छाड़ के सबूत जनता के सामने रखे हैं।
यादव ने आगे कहा कि ईवीएम का पूर्ण उपयोग भारत में 2004 से शुरू हुआ था, जबकि 2003 के उपचुनाव और 1999 के गोवा विधानसभा चुनाव में इसका आंशिक प्रयोग हुआ। 1982 में केरल के उत्तरी पारावुर विधानसभा उपचुनाव में पहली बार ईवीएम का उपयोग हुआ था। यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता इस मुद्दे पर बौखलाहट में बिना आधार के आरोप लगाकर खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि रेखा गुप्ता का बयान केवल भाजपा के वोट छेड़छाड़ की नीति को उजागर करता है और इससे साफ है कि पार्टी के शीर्ष नेता भी भविष्य को लेकर चिंतित हैं। यादव ने कहा कि रेखा गुप्ता की टिप्पणी अपने बचाव की रणनीति लगती है, क्योंकि लोकसभा में राहुल गांधी द्वारा सामने आए सबूत भाजपा के वोटिंग षड्यंत्र को स्पष्ट कर चुके हैं।