दिल्ली, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का विंटर एक्शन प्लान और प्रदूषण नियंत्रण नीति पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की नीतियों ने दिल्ली को “गैस चैंबर” बना दिया है। शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण स्तर मानकों से दोगुना पहुंच चुका है और हवा में जहर घुल गया है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि क्लाउड सीडिंग का निर्णय विशेषज्ञों की चेतावनी के बावजूद लिया गया, जो पूरी तरह असफल रहा। उन्होंने आईआईटी कानपुर की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि यह उपाय न तो स्थायी है और न ही प्रभावी। दिल्ली में पीएम 10 का स्तर 205 और पीएम 2.5 का स्तर 118 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जिससे साफ है कि हवा सामान्य से दोगुनी प्रदूषित है।
उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार द्वारा बताए गए रोड स्वीपर, एंटी स्मॉग गन और स्प्रिंकलर आखिर जमीन पर कहां काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सड़कों की वैक्यूम क्लीनिंग और जीपीएस ट्रैकिंग का दावा किया था, लेकिन हकीकत में न तो सड़कों पर सफाई दिखी, न ही हरियाली बढ़ी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चाहे आम आदमी पार्टी की सरकार रही हो या भाजपा की, दोनों ही दिल्ली के प्रदूषण पर ठोस काम करने में नाकाम साबित हुई हैं। यमुना सफाई के नाम पर करोड़ों खर्च होने के बावजूद आज भी नालों का गंदा पानी नदी में गिर रहा है। 37 में से केवल 11 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ही मानकों के अनुसार काम कर रहे हैं, जबकि शेष निष्क्रिय पड़े हैं।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि रेखा गुप्ता सरकार का फोकस जनता की सुरक्षा से अधिक इमेज बिल्डिंग पर है, जिसके कारण दिल्ली की हवा और पानी दोनों जहरीले हो चुके हैं।

