सोनीपत, 4 नवम्बर।
जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से इंडियन पब्लिक स्कूल में एक दिवसीय बाल अधिकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास से जुड़े मुद्दों — जैसे शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, पोषण और सुरक्षा — पर समाज में जागरूकता बढ़ाना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त सुशील सारवान ने दीप प्रज्वलन कर किया। मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ सुरक्षा बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा, “बच्चों को भयमुक्त, स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण देना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।”
उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि बच्चों को शारीरिक दंड देना अब कानूनन अपराध है। स्कूलों और घरों दोनों में ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है। उन्होंने शिक्षकों और अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों के साथ सम्मानजनक और स्नेहपूर्ण व्यवहार करें, क्योंकि बच्चे बड़ों के आचरण से ही सीखते हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि जिले में सात शैक्षणिक खंडों में करीब 1,290 स्कूल संचालित हैं, जहाँ लगभग 2.98 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक संतुलन पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 चौबीसों घंटे बच्चों की मदद के लिए उपलब्ध है।
इस मौके पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) की सलाहकार महिमा लाल ने कहा कि आयोग बच्चों से संबंधित सभी नीतियों और शिकायतों की निगरानी करता है। उन्होंने बताया कि पिछले छह महीनों में बाल तस्करी के लगभग 2,300 बच्चों को मुक्त कराया गया है। उन्होंने चेताया कि बदलती जीवनशैली के कारण बच्चों में डायबिटीज जैसी बीमारियाँ बढ़ रही हैं, इसलिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर समान रूप से ध्यान देना जरूरी है।
सम्मेलन में शिक्षकों, मनोवैज्ञानिकों, अभिभावकों और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। विशेषज्ञों ने विद्यालयों में काउंसलिंग व्यवस्था को मजबूत करने, आत्मविश्वास और भावनात्मक स्थिरता बढ़ाने, तथा सुरक्षित और प्रेमपूर्ण वातावरण निर्मित करने पर बल दिया।
कार्यक्रम के अंत में जिला बाल संरक्षण अधिकारी रितु गिल ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों के अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होंगे।
इस अवसर पर नगराधीश डॉ. अनमोल, हरियाणा बाल संरक्षण आयोग के सदस्य मांगेराम, डीईओ नवीन गुलिया, पीओ आईसीडीएस प्रवीण कुमारी, डॉ. गीतांजली, अनिता शर्मा और अंकिता चावला सहित अनेक अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

