स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान एवं आयुष मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि जन शिकायतों का समाधान ईमानदारी और वैकल्पिक रूप से तत्काल किया जाना चाहिए। उन्होंने जिला लोक संपर्क एवं परिवाद समिति की मासिक बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर नागरिक की समस्या को गंभीरता से सुनकर प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित करें।
पलवल सचिवालय में आयोजित इस बैठक में एजेंडा में शामिल 14 परिवादों की सुनवाई हुई, जिनमें से 10 मामलों पर मौके पर ही निर्णय लेकर समस्याओं का निपटारा कर दिया गया। शेष शिकायतों पर संबंधित विभागों को समयबद्ध कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए।
बैठक के दौरान भानू प्रकाश, प्रभु दयाल, उषा रानी, विद्या सागर समेत विभिन्न गांवों से उपस्थित शिकायतकर्ताओं की समस्याएँ सुनी गईं। विद्या सागर से संबंधित मामले में मंत्री ने 60 दिनों के भीतर आवासीय क्षेत्र में चल रहे सूअर फार्म को हटाने के आदेश दिए। एक शिक्षा विभाग से जुड़े मामले पर, आरोपी अध्यापकों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए। मंत्री ने साफ कहा कि जांच में बिजली विभाग की लापरवाही पाई गई तो उन अधिकारियों पर भी कार्यवाही तय होगी।
आरती सिंह राव ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रमुख उद्देश्य है कि हर नागरिक को उत्कृष्ट, पारदर्शी और समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। इसी दिशा में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने, आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने, प्राथमिक केंद्रों से जिला अस्पतालों तक सुविधाओं के विस्तार और स्वास्थ्य सुरक्षा योजनाओं को सुदृढ़ करने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा कोई भी कार्य लंबित नहीं रहना चाहिए ताकि मरीजों को परेशानी न हो और सेवाएं आसान तरीके से जनता तक पहुँच सकें।
बैठक में उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ, पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, भाजपा जिलाध्यक्ष विपिन बैंसला, अतिरिक्त उपायुक्त जयदीप कुमार, एसडीएम पलवल ज्योति, एसडीएम होडल बेलीना, नगराधीश अप्रतिम सिंह, जिला परिषद सीईओ जितेंद्र कुमार, डीएमसी मनीषा शर्मा सहित समिति के अन्य सदस्य और अधिकारी उपस्थित रहे।

