ग्रेप-III के प्रावधानों की कड़ाई से अमल सुनिश्चित करने के लिए सोनीपत जिला प्रशासन ने बुधवार को औद्योगिक क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निरीक्षण और छापेमारी अभियान चलाया। उपायुक्त सुशील सारवान के निर्देशन में यह कार्रवाई NCR क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से की गई।
राष्ट्रीय हरित मानकों और कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) की गाइडलाइन के अनुसार 19 संयुक्त टीमें गठित की गईं, जिनमें 55 से अधिक वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस बल शामिल रहा। इन टीमों ने सुबह 7 बजे से पूरे जिले में फैले राई, कुंडली, नाथूपुर, बडी, गन्नौर, मुरथल, खरखौदा सहित विभिन्न औद्योगिक इलाकों में 140 से ज्यादा इकाइयों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण का संचालन
- अधिकारियों ने प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों, उत्सर्जन स्तर, स्वच्छ एवं अनुमोदित ईंधन के उपयोग, अपशिष्ट निपटान प्रणाली और धूल नियंत्रण व्यवस्थाओं की विस्तृत जांच की।
- जहाँ अनियमितताएँ पाई गईं, वहां की रिपोर्ट तत्काल CAQM को भेजी जा रही है, जिसके आधार पर बिजली कनेक्शन काटने, इकाई सील करने, जुर्माना लगाने जैसी कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।
- निरीक्षण के दौरान रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए राई रेस्ट हाउस में अस्थायी कंट्रोल रूम तैयार किया गया, जहाँ से अधिकारी GPS और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पल-पल की प्रगति लेते रहे।
GRAP-III लागू होने की स्थिति
दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण स्तर के चलते, जब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 401–450 की “गंभीर” श्रेणी में पहुँच जाता है, तो GRAP-III लागू किया जाता है। भले ही सोनीपत का AQI 300–400 के अनुपात में “बहुत खराब” स्तर पर था, लेकिन दिल्ली की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियाती रूप से GRAP-IIl का कड़ाई से पालन शुरू कर दिया है।
इस चरण में:
- निर्माण एवं तोड़फोड़ संबंधित गतिविधियों पर रोक
- BS-III पेट्रोल एवं BS-IV डीजल वाहनों के संचालन पर नियंत्रण
- गैर-अनुमोदित ईंधन पर चलने वाले उद्योग बंद
- सड़क सफाई, धूल नियंत्रण और जल छिड़काव की बढ़ोतरी
जैसे उपाय शामिल हैं।
प्रशासन का संदेश
उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा कि वायु प्रदूषण पर नियंत्रण प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की प्राथमिकता है और किसी भी उद्योग द्वारा नियमों के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने उद्योग संचालकों को आगाह किया कि लापरवाही की स्थिति में कड़ी कार्रवाई तय है।
पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र कादियान ने भी आश्वस्त किया कि प्रशासनिक अभियान में पुलिस पूर्ण सहयोग देगी और किसी भी तरह की बाधा पर तुरंत वैधानिक कदम उठाए जाएंगे।
जन-अपील
जिला प्रशासन ने आमजन से आग्रह किया कि प्रदूषण से जुड़ी गतिविधियों की तुरंत सूचना संबंधित अधिकारियों को दें और प्रदूषण नियंत्रण प्रयासों में प्रशासन का सहयोग करें।

