हरियाणा में गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम:
सोनीपत में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार ने राज्य की सभी गौशालाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और नस्ल सुधार को बढ़ावा देने पर जोर दिया। बैठक में पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारियों सहित विभिन्न गौशाला समितियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
श्रवण कुमार ने बताया कि प्रदेश में घूमने वाले अवारा गौवंश की संख्या में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सरकार का उद्देश्य है कि हरियाणा में कोई भी गौवंश आवारा न रहे। इसके लिए नंदी को पकड़ने पर 800 रुपये, गाय पर 600 रुपये और बछड़ा/बछड़ी को सुरक्षित करने पर 300 रुपये तक का प्रोत्साहन एजेंसी को दिया जा रहा है।
उन्होंने जानकारी दी कि सोनीपत की गौशालाओं को आवश्यक बुनियादी सुविधाओं के विकास हेतु 5 करोड़ 34 लाख रुपये की अनुदान राशि प्रदान की गई है। साथ ही गौशालाओं को 2 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। मनरेगा के साथ जोड़कर नाली, खोर, छप्पर आदि सुविधाओं के निर्माण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
अध्यक्ष ने प्रतिनिधियों से नस्ल सुधार में सक्रिय भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि उन्नत नस्ल से दूध उत्पादन बढ़ेगा और गौशालाओं को स्वयं आर्थिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि सड़कों से पकड़े गए पशुओं को 15 दिनों के लिए अलग बाड़े में रखकर उनकी टैगिंग, देखभाल और हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि प्लास्टिक खाने से होने वाली समस्याओं में कमी लाई जा सके।
बैठक में आयोग सदस्य राकेश मलिक, नवीन मंगला, डॉ. रविंद्र हुड्डा, एसडीओ बलजीत सिंह समेत सभी गौशाला समितियों के प्रधान और सदस्य उपस्थित रहे।

