जल शक्ति अभियान के तहत धान की खेती की जगह बाग लगने पर सात हजार रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि

फरीदाबाद, 5 जुलाई। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जल शक्ति अभियान टू के तहत धान की खेती की जगह बाग लगाने पर सात हजार रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि किसानों को दी जाएगी। फलों का बाग लगाने पर किसानों को 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेतों में फलदार पौधों के बाग लगाने वाले किसानों को बागवानी विभाग अब ज्यादा सब्सिडी देगा। अब विभाग ने किसानों को मिलने वाली सब्सिडी को बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक कर दिया है। सब्सिडी का पैसा बाग लगाने वालों को तीन किस्तों में दिया जाएगा।

इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अधिक सब्सिडी देना सरकार का मकसद किसानों की आय व फलों के उत्पादन को बढ़ाना है। एक किसान को अधिकतम 10 एकड़ तक सब्सिडी दी जाएगी। जिन किसानों ने गत वर्ष खेत में धान लगा रखी थी। इस साल वह उसमें बाग लगाएंगे तो उन्हें सब्सिडी के अलावा सात हजार रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिए जाएंगे। यह राशि किसानों को मेरा पानी- मेरी विरासत स्कीम के तहत जल शक्ति अभियान टू के तहत जल बचाने के लिए दी जाएगी।

जिला बागवानी अधिकारी डॉ. रमेश कुमार ने कहा कि सरकार ने बाग लगाने वालों को अब 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि बाग लगाने के लिए बागवानी विभाग ने चार कैटेगरी बनाई हैं। चारों में किसानों को सब्सिडी उसी आधार पर अलग-अलग मिलेगी। पहली कैटेगरी में एक एकड़ में छह गुना सात मीटर की दूरी पर 110 पौधे लगाए जाएंगे। इसमें बेर, चीकू, लीची, आंवला, नाशपाती, आडू, आलू बुखारा, बेलगिरी के पौधे लगेंगे। इसमें 32,500 रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी मिलेगी। पहले साल 19500 रुपये, दूसरे साल 7000 रुपये अतिरिक्त भी मिलेंगे। किसानों ने गत वर्ष खेत में धान लगा रखी थी। इस साल वह उसमें बाग लगाएंगे तो उन्हें सब्सिडी के अलावा 7000 रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिए जाएंगे। यह राशि उन्हें मेरा पानी- मेरी विरासत स्कीम के तहत जल बचाने के लिए दी जाएगी। तीसरे साल 6500-6500 रुपये दिए जाएंगे। दूसरी कैटेगरी में छह गुना छह मीटर पर एक एकड़ में 110 से ज्यादा पौधे आम, अमरूद, नींबू, अनार, आडू, आलू बुखारा, नाशपाती व पपीता के पौधे लगेंगे। इसमें किसान को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी मिलेगी। पहले वर्ष किसान को 30 हजार, दूसरे व तीसरे साल 10-10 हजार रुपये मिलेंगे। इसी तरह तीसरी कैटेगरी में ड्रैगन फ्रूट, अनार, अमरूद लगाने पर 70 हजार रुपये सब्सिडी मिलेगी। चौथी कैटेगिरी में आठ गुना आठ मीटर दूरी पर पौधे लगाने पर एक लाख 40 हजार रुपये सब्सिडी मिलेगी। इसमें ज्यादातर खजूर के पौधे लगते हैं। पहले साल किसान को 84 हजार, दूसरे व तीसरे साल 28-28 हज़ार रुपये दिए जाएंगे।

डॉ. रमेश कुमार ने आगे बताया कि सब्सिडी से किसान का खुद का खर्च बहुत कम हो जाता है। बागवानी में सामान्य फसलों से कहीं ज्यादा आय प्राप्त होती है। सब्सिडी के लिए किसान कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

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