Advertisement

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ पुलिस आयुक्त से मिलकर दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई।

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर, 2024 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ राजधानी दिल्ली में बढ़ती अपराधिक गतिविधियों, खुले आम गोली बारी, महिलाओं के साथ बढ़ते अत्याचारों और लोगों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त करने के लिए आज जय सिंह रोड़ स्थित पुलिस मुख्यायल पहुॅचकर दिल्ली पुलिस आयुक्त श्री संजय अरोड़ा से मुलाकात की और उन्हें एक भी ज्ञापन सौंपा।

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव के साथ दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री श्री हारुन युसूफ, श्री मंगतराम सिंघल, प्रो0 किरण वालिया, अ0भा0क0कमेटी सचिव श्री अभिषेक दत्त और श्री रोहित चौधरी, पूर्व विधायक श्री सुमेश शौकीन, निगम में कांग्रेस दल की नेता श्रीमती नाजिया दानिश, जिला अध्यक्ष चौ0 जुबैर अहमद और मिर्जा जावेद अली शामिल थे। ज्ञापन की कॉपी सलंग्न है।

श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से केन्द्र में भाजपा और दिल्ली में आम आदमी पार्टी सत्तासीन होने के बाद देश सहित राजधानी में अपराधों में जिस कदर बढ़ोत्तरी हो रही है, उससे दिल्लीवासियों में भय और असुरक्षा बढ़ रही है और लोगों में पुलिस पर विश्वास खत्म हो रहा है। राजधानी दिल्ली देश के सर्वाधिक अपराधग्रस्त राज्यों में से एक है।

श्री देवेन्द्र यादव ने पुलिस कमीश्नर से मिलने के बाद बताया कि दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध चिंताजनक है वहीं दिल्ली की छोटी-छोटी गलियां में हो रहे अवैध शराब के कारोबार, नशीली पदार्थों, ड्रग की बिक्री की  बढ़ोत्तरी में कहीं न कहीं बेरोजगारी बहुत बड़ा कारण है, जो युवाआें के लिए परेशान करने वाली बात है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में बढ़ते ट्रेफिक हालात और सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। साथ ही कहा कि ई-रिक्शा चलाकर छोटी-मोटी कमाई करके अपना जीवन चलाने वालां से ट्रैफिक पुलिस द्वारा अनावश्यक रूप से 20000 तक का भारी जुर्माना वसूलना अनैतिक है, इस पर पुलिस तुरंत ध्यान दें।

श्री देवेन्द्र यादव ने बताया कि पुलिस कमिश्नर ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की बात को धैर्यपूर्वक सुना और राजधानी में अपराधों में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आश्वासन भी दिया। पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी कि कानून व्यवस्था को नियंत्रण में लाया जाए।

श्री देवेन्द्र यादव ने ज्ञापन में कहा कि राजधानी में गिरोह में अपराध व गोलीबारी की घटनाओं में वृद्धि, महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोत्तरी, चोरी, डकैती, चैन स्नेचिंग, साईबर अपराध में वृद्धि,  अवैध शराब और नशीली दवाओं के व्यापार में वृद्धि लगातार दर्ज होना अत्यंत चिंता का विषय है और उससे भी दुखद यह है कि सरकारों की नाकामियों के कारण सड़क दुर्घटनाओं में अधिक वृद्धि और इस ट्रेफिक पुलिस का लचर रवैया तथा ई-रिक्शा चालकों पर अनावश्यक रुप से भारी जुर्माना करना भी विचारनीय विषय है। प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस आयुक्त को दिल्ली पुलिस में 1 मार्च 2024 तक 12547 रिक्तियों के बारे में भी अवगत कराया।

श्री देवेन्द्र यादव ने ज्ञापन में कहा कि दिल्ली पुलिस आंकड़ों के मुताबिक 1 जनवरी से 31 अगस्त 2024 तक 1,393 बलात्कार के मामले सामने आए हैं, जिसका औसत प्रतिदिन लगभग 5.73 दर्शाता है और 3 घटनाएं ऐसी हुई जिनके बलात्कार के बाद पीड़िता की हत्या कर दी गई। इसी दौरान कुल 1,354 यौन उत्पीड़न के मामले भी सामने आए हैं। दिल्ली के कुल अपराधों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों का हिस्सा 29.04 प्रतिशत है।  उन्होंने कहा कि दिल्ली महिलाओं के लिए देश का सबसे असुरक्षित शहर बन गया है। उन्होंने कहा कि एनसीआरबी आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय शहर का अपराध का औसत 544 है वहीं दिल्ली की अपराध दर 3.36 गुना की वृद्धि के साथ 1,832.6 है।


श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि अगस्त तक दिल्ली में जबरन वसूली के 144 मामले दर्ज हुए और 308 हत्याएं और 1034 डकैती के मामले सामने आएं है। एनसीआरबी आंकड़ो के अनुसार राजधानी में हर 3 दिन में 4 हत्याएं और 15 अपहरण के मामले दर्ज हो रहे है।  दिल्ली में 2024 में 4,316 झपटमारी, 5,735 चोरियाँ,  घरों में चोरी के 12,698 मामले सहित राजधानी में 878 घातक और 2,702 गैर-घातक दुर्घटनाएँ दर्ज की गईं है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 15 सितम्बर तक दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने रेड लाईट क्रॉसिंग के लिए 87,000 चालान और तीन लाख से अधिक नोटिस जारी किए हैं।


श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि ज्ञापन में दर्शाए गए कारणों से राजधानी की कानून-व्यवस्था पूरी तरह अस्थिर हो चुकी है और त्यौहारी सीजन करीब होने चलते इन कारणों पर तत्काल कार्रवाई के साथ पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करके बिगड़ते हालातों पर नियंत्रण होना चाहिए।


श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि पर्यावरणविद सोनम वांगचुक जो लद्दाख के संवैधानिक अधिकारां और वहां पर्यावरण के लिए लददाख को छठी अनुसूची का दर्जा दिलाने के लिए जो अपने 120 से अधिक साथियों के साथ राजघाट पर शांति पूर्ण मार्च करने के लिए आ रहे थे जिनकों दिल्ली बार्डर पर पुलिस बल द्वारा हिरासत में लेना अलोकतांत्रिक है और भाजपा की मोदी सरकार की तानाशाही का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्ग नागरिकों को दिल्ली की सीमा पर हिरासत में क्यों लिया जा रहा है? भाजपा की केन्द्र सरकार का किसानों की तरह यह गलत कार्यवाही में उनका अंहकर जल्द टूटेगा। वांगचुक दिल्ली में लद्दाख के लिए लोकतंत्र मांगने आए है। क्या भाजपा की तानाशाह सरकार में भारतीय नागरिकों को अपना विरोध दर्ज कराने का अधिकार नही है, आखिर मोदी सरकार कब तक देश की आवाज को दबाऐगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *