जल शक्ति अभियान-2 के नोडल अधिकारी ज्वाइंट सेक्रेटरी भारत सरकार श्रीनिवास दण्डा ने गावों में किया अमृत सरोवरों का निरीक्षण

फरीदाबाद,03 जुलाई। भारत सरकार के ज्वाइंट सेक्रेटरी और जल शक्ति अभियान टू के नोडल अधिकारी श्रीनिवास दण्डा ने आज रविवार को गाँव नरियाला, मोहना, गढ़खेड़ा  व अटाली में अमृत सरोवरों का निरीक्षण किया। इस दौरान गावों में पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिला फरीदाबाद में जल शक्ति अभियान-2 का अधिकारी बेहतर क्रियान्वयन करने के लिए जन भागीदारी जरूरी है और यह जनभागीदारी फरीदाबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रही है । उन्होंने कहा कि जनसहभागिता के बिना सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं बेहतर क्रियान्वयन सम्भव नहीं है।

भारत सरकार के जल शक्ति अभियान टू के ज्वाइंट सेक्रेटरी श्रीनिवास दण्डा ने कहा कि जल शक्ति अभियान, जल शक्ति अभियान टू के कार्यों को धरातल पर मूर्त रूप देने के लिए प्रशासनिक और तकनीकी अधिकारी आपसी बेहतर तालमेल करके वचनबद्धता से कार्य कर रहे हैं ।

उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान करते हुए कहा कि बारिश के जल की संचित बूंद का उचित संरक्षण कर जल शक्ति अभियान टू को प्रभावी रूप से सफल बनाने में प्रशासन अपनी सक्रिय भूमिका अदा करें। उन्होंने कहा कि जल संकट की चुनौती का सामना सुदृढ़ तरीके से कर जल की महत्ता समझते हुए संरक्षित जल का सदुपयोग सुनिश्चित करें । उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जल शक्ति के प्रति जागरूकता और प्रयास दोनों बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में पानी से जुड़ी सभी योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। गावों में जोहड़  वहीं खेतों में छोटे-छोटे तालाब बनाकर जल को संरक्षित किया जा रहा है।

भारत सरकार जल शक्ति अभियान टू के नोडल अधिकारी श्रीनिवास दण्डा ने आज रविवार को मनरेगा योजना के तहत गांव नरियाला और मोहना में जल संरक्षण करने वाले अमृत सरोवरों का जायजा लिया कि किस तरह से गांव में जल संरक्षण किया जा रहा है। इसी प्रकार गांव गढ़खेड़ा और अटाली में भी पंचायती राज विभाग द्वारा बनाए गए अमृत सरोवरों एक एक करके निरीक्षण किया।

आपको बता दें जल शक्ति अभियान टू में  ग्राम सभा में मिट्टी कार्य, पानी सोख्ता निर्माण, तालाब निर्माण सहित वृक्षारोपण की योजनाएं शामिल की गई है। इसके अलावा आईईसी गतिविधियों के लिए लक्ष्य निर्धारण हस्तक्षेप के विभिन्न तरीके #jalshaktiabhiyan# के तहत फेसबुक, व्हाट्सएप और राज्य और जिला ट्विटर अकाउंट पर नियमित रूप से ई पोस्टर और पोस्ट, रेडियो जिंगल, जल संवाद, वैज्ञानिकों/ कृषकों के साथ रेडियो साक्षात्कार, नुक्कड़ नाटक, समाचार पत्र विज्ञापन, फिल्में और वृत्तचित्र, तरु यात्रा, प्रभात फेरिया, रैलियां, मानव श्रृंखला, पौधगिरी, विशेष परियोजनाएं जैसे फसल विविधीकरण, सूक्ष्म सिंचाई, वॉल पेंटिंग, दीवारों पर स्लोगन लेखन, ब्रांड राजदूत, युवा आइकन, पाक्षिक सफलता की कहानी प्रसार प्रिंट और सोशल मीडिया, जल संरक्षण गतिविधियों के साथ जीपी/ब्लॉक/जिला का उत्सव, वनीकरण और जल संरक्षण के लिए मिनी मैराथन, रन, वॉकाथॉन, हैकाथॉन, साइकिल थोन, स्कूलों, विशेष स्कूलों, कॉलेजों और युवा क्लबों में निबंध, सोलगन लेखन, पेंटिंग, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी की प्रतियोगिताएं, इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट, सोशल, फ्लोक मीडिया, पोस्टरों में आईईसी सामग्री का वितरण, जल चौपाल, ग्राम सभा जीपी/ब्लॉक/जिला स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है।

 इस दौरान भारत सरकार के जल शक्ति अभियान टू की तकनीकी अधिकारी श्रीमती पद्मावती, डीडीपीओ राकेश मोर, पंचायती राज विभाग के सबडिविजनल अभियंता रामपाल, मनरेगा योजना की प्रोजेक्ट ऑफिसर सुजाता, स्वच्छता अभियान के प्रोजेक्ट आफिसर उपेन्द्र सिंह  सहित गांवों के निवर्तमान सरपंच और गणमान्य नागरिक व अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।

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