मेरा पानी-मेरी विरासत :- धान की फसल को छोड़कर बागवानी की फसलें अपनाने के लिए ग्रामीणों को किया जागरूक

फरीदाबाद, 28 जून। उपायुक्त जितेंद्र यादव के कुशल मार्गदर्शन में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में गांव मंझावली में मेरी फसल मेरा ब्यौरा, मेरा पानी मेरी विरासत, मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना सहित विभागीय योजनाओं के बारे में किसानों को अवगत करवाने व जागरूक करने के लिए एक बागवानी जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। कैम्प में बागवानी अधिकारियों द्वारा किसानों को विभागीय योजनाओं से रूबरू करवाया गया। इसके अलावा  बागवानी विभाग द्वारा किसानों को योजनाओं के पम्पलेट्स भी वितरित किए गए ताकि किसान ज्यादा से ज्यादा योजनाओं का लाभ ले सके।

बागवानी विभाग के  डा. आत्म प्रकाश ने किसानों से आह्वान किया की किसान विभागीय योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा अपनाएं जिससे किसान बागवानी फसलें लेकर अपनी आय बढ़ा सकते है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि विभागीय योजनाओं मेरा पानी मेरी विरासत को अपनाकर धान की फसल को छोड़ कर बागवानी की फसलें अपनाये जिससे पानी की बचत हो सके तथा अधिक आय प्राप्त कर सकें। जो किसान धान की फसल को छोड़ कर बागवानी की फसल अपनाएंगे उन्हें दो किस्तों में रुपये 2000/- व रुपये 5000/ कुल रुपये 7000/- प्रति एकड़ MPMV स्कीम के तहत मिलेंगे तथा बागवानी की जो भी स्कीम अपनाएंगे उसी हिसाब से विभागीय अनुदान राशि मिलेगी। जागरूकता कैंप में  जिला बागवानी अधिकारी डॉक्टर रमेश कुमार ने उद्यान विभाग की मुख्य योजनाओं के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विस्तृत  ब्यौरा देते हुए आगे बताया क CCDP/ फसल क्लस्टर विकास प्रोग्राम योजना के अंतर्गत सब्जी उत्पादन पर 15000/- रुपये की धनराशि प्रति एकड़, मल्चिंग 6400/- रुपये की धनराशि प्रति  एकड़, प्लास्टिक टनल पर रुपये 14.50 प्रति वर्ग मीटर कवर्ड क्षेत्र के आधार पर, बांस स्टैकिंग पर 31250/- रुपये की धनराशि प्रति एकड, आयरन स्टैकिंग पर 70500/ रुपये प्रति एकड़ अनुदान बागवानी विभाग द्वारा किसानों को दिया जाता है। सरकार की एक अन्य योजना जिसका नाम IHD/ एकीकृत बागवानी योजना है जिसमें किन्नू व अमरूद के नए बाग लगाने पर 50000/- रुपये प्रति एकड़, बेर पर 32500/-रुपये प्रति एकड़ 3 साल तक, खजूर पर 140000/ 165000/ रुपये की धनराशि  प्रति एकड़, अनार पर 70000 /- रुपये की धनराशि प्रति एकड़ पैक हाउस पर रुपये प्रति इकाई, कम लागत प्याज भंडारण पर 87500/ रुपये की धनराशि प्रति इकाई नेट हाउस /Flat Shape पर, 370/-sqm नेट हाउस केवल प्रलीन पर 305.5/-sqm. घुलनशील उर्वरक पर 2500/- रुपये की धनराशि प्रति हेक्टेयर, मधुमक्खी पालन पर 85 प्रतिशत राशि दी जाती है।

इसके अतिरिक्त GAP /अच्छी कृषि पद्धतियाँ स्कीम के अंतर्गत Solar Led Trap पर 1867/- रुपये की धनराशि प्रति इकाई, फिरोमोन ट्रैप पर 18/- रुपये प्रति ट्रैप और SCSP/ योजना में अनुसूचित जाति / जनजाति के किसानों के लिए मशरूम उत्पादन पर 25500 /- रुपये की धनराशि प्रति 100 बांस स्टैकिंग पर 63125/ रुपये की धनराशि प्रति एकड़, आयरन स्टैकिंग पर 119850/- रुपये की धनराशि प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जाती है।

जिला बागवानी विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 में किसानों के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना व भावांतर भरपाई योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना के अंतर्गत 21 फसलें शामिल की गई है जिसमें 14 सब्जियां टमाटर, प्याज, आलू, फूलगोभी, बंदगोभी, गाजर, मटर, मिर्च, शिमला मिर्च, भिन्डी, घीया, करेला, बैगन, मूली). 2 मसाला फसलें हल्दी, लहसुन व 5 फलदार फसलें सिट्रस, अमरूद, बेर, आम, लीची है। ओलावृष्टि, जलभराव, आगजनी आदि किसी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में नुकसान होने पर सब्जी में 750 रुपये प्रीमियम भरने पर किसान को 0-50 प्रतिशत नुकसान पर 15000 रुपये की धनराशि और 50-75 प्रतिशत  नुकसान पर 22500 रुपये की धनराशि, 75-100 प्रतिशत नुकसान होने पर 30000 रुपये की धनराशि  अनुदान राशि दी जाती है।

उन्होंने आगे बताया कि फलों में 1000 रुपये प्रीमियम भरने पर किसान को 0-50 प्रतिशत  नुकसान पर 20000 रुपये की धनराशि, 50-75 प्रतिशत नुकसान पर 30000 रुपये की धनराशि,75-100 प्रतिशत नुकसान होने पर 40000 रुपये की अनुदान धनराशि राशि दी जाती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान द्वारा मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना व मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। भावान्तर भरपाई योजना के अंतर्गत भी उपरोक्त 21 फसलें 14 सब्जियां 2 मसाले व 5 फलदार फसलें शामिल हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान द्वारा मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना व “J Form” भरना अनिवार्य है।

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