सूरजकुंड (फरीदाबाद), 31 मार्च। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में किसी भी प्रकार की आपदा या बड़ी घटना होती है तो हम कितने तैयार हैं, इसी बात को जांचने के लिए आज जिला प्रशासन की आपदा प्रबंधन टीम ने मेले के चार नंबर द्वार के पास मॉक ड्रिल की। मेला अधिकारी राजेश जून की अगुवाई में हुई इस मॉक ड्रिल में सभी विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
सुबह ठीक 11 बजे मेला में बनाए गए आपदा केंद्र पर आग लगने की सूचना दी जाती है। इसके बाद तय मानदंडों के अनुसार सबसे पहले पुलिस ने घटनास्थल पर लॉ एंड ऑर्डर को कंट्रोल किया तथा चारों तरफ 3 मिनट के अंदर बैरिकेडिंग खड़ी कर दी।
उसके बाद सिविल डिफेंस एंड होमगार्ड ने आपदा स्थल पर सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया तथा हादसे में कैजुअल्टी की रिपोर्ट दी। जिला आपदा प्रबंधन की टीम ने तुरंत मोर्चा संभाला। इसके साथ ही रेडक्रॉस ने तुरंत प्रभाव से घायलों को फस्र्ट एड देने में चिकित्सकों की सहायता से हेल्थ सेंटर पहुंचाने का काम किया।
इसी बीच फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने शार्ट सर्किट के कारण लगी इस आग को चंद ही मिनटों में काबू पा लिया। मॉक ड्रिल के बाद क्विक रिस्पांस टीम को मॉक ड्रिल के नोडल अधिकारी एमपी सिंह ने उनकी कमियों के बारे में बताया तथा भविष्य में इसमें सुधार करने के निर्देश दिए गए।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का प्रोजेक्ट ऑफिसर गुरु चरण सिंह, एडीएफ ओ राकेश कुमार, फायर ऑफिसर सुखबीर सिंह, मास्टर ट्रेनर प्रेमचंद गौड़, गीता व दर्शन भाटिया के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।