राजपुरा किसी न किसी वजह से चर्चा का विषय बनता ही आ रहा है चाहे हाल ही में मुख्यमंत्री चन्नी को भाजपा की तरफ से दिखाई काली झंडियां हो या चुनाव का बिगुल बजने के बाद खींचा तानी वाला चलता दंगल। ये तो हर चुनाव में होता ही है। पर पंजाबी जो भी करते है दिल से करते है। जी हम बात कर रहे है पंजाब के युवा कलाकार ग्रास आर्टिस्ट अभिषेक कुमार चौहान की जो राजपुरा में रहते है। ज्यादातर वह अपने कारनामो की वजह से चर्चा का कारण तो बनते ही है पर यह श्रंखला बहुत लम्बी है। फ़िलहाल 5 किलो अनाज से उन्होंने कुछ ऐसा किया जो कलाकारी के लिए कलाकर की गहन सोच के बारे में बताता है।
अनाज से बना डाला चित्र – गेंहू , चावल , मुंगी , मसरी , उड़द , माँह , हरी मुंगी , दली मसरी , दली माँह ,जीरा यह सब आम दुकान पर मिल ही जाता है। पर इसे रंगो की तरह देखने की नजर सिर्फ कलाकार की होती है। इन सब अनाज का इस्तमाल कर ग्रास आर्टिस्ट ने प्रधान मंत्री मोदी का 2 फ़ीट 4 चौड़ा तथा 3 फ़ीट 6 इंच लम्बा चित्र बना दिया। अन्दाजन इसमें दस हजार से अधिक अनाज के दाने लगे है जिन्हे एक एक करके चिपकाया गया है जिससे चित्र सही तरीके से बने। करीब इसे बनाने में 44 घंटे का समय लगा है।
प्रधानमंत्री राहत कोष में चित्र – यह अपने पहले कभी सुना नहीं होगा की प्रधानमंत्री राहत कोष में कभी किसी ने चित्र दिया हो। आपको याद हो जब भी किसी राज्य में कोई कुदरती आपत्ति आती है तो राज्य सरकारी केंद्र से राहत पैकेज मांगती है। वह प्रधानमंत्री राहत कोष से दिया जाता है जो मुद्रा के रूप में होता है। हमने ज्यादा तर मुद्रा को ही राहत कोष में जमा होते देखा है। पर इसमें हम निजी सम्पति को भी दान दे सकते है और संपत्ति के दायरे में कलाकार द्वारा बनाई कलाकारी भी आती है। तो चित्र राहत कोष में दिया जा सकता है अगर वह बहुमूल्य हो।
किसान के अनाज से चित्र क्यों – जब ग्रास आर्टिस्ट अभिषेक से पूछा गया की अपने अनाज से ही चित्र क्यों बनाया। तो उन्होंने बताया की केंद्र ने किसानो की मांगे मान ली थी जिसकी वजह से उन्होंने यह चित्र बनाया क्युकी किसान ने अपना धरना समापत कर दिया था पर वह थोड़ा अस्मजस में है की जिन्होंने प्रधानमत्री का रास्ता रोका वह कौन थे अगर वह किसान थे तो उनकी मांगे पूरी नहीं की गयी है अगर मांगे पूरी नहीं की गयी तो धरना क्यों उठाया। शायद यह राजनीती से प्रेरित हो सकता है पर मेरा पूछना अधिकार है और पंजाब की खुशाली के लिए मैं कला के माध्यम से काम करता रहूँगा ।