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केजरीवाल ने दोनो बार नाटकीय अंदाज में इस्तीफा दिया, जनलोकपाल के मुद्दे पर आज भी केजरीवाल चुप है- हारुन यूसूफ

नई दिल्ली, 17 सितम्बर, 2024- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता को आज दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री श्री हारुन यूसूफ, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन व पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज और पूर्व विधायक श्री हरी शंकर गुप्ता ने संयुक्त रुप संबोधित किया।


श्री हारुन यूसूफ ने कहा कि 3 दिन से चल रहे आम आदमी पार्टी की नौटंकी में ईमानदारी का बखान करके जिस तरीके से भ्रष्टाचारी और बेल पर रिहा होने वाले अरविंद केजरीवाल को भगवान राम की तरह मर्यादित पुरुष घोषित करने का अभियान चलाया जा रहा है वह दिल्ली की जनता को एक बार गुमराह करने आगामी विधानसभा में सहानूभूति प्राप्त करके वोट हासिल करने की मात्र कोशिश भर कर रहे है।


श्री हारुन यूसूफ ने कहा कि 2014 में जब कांग्रेस के समर्थन से केजरीवाल की सरकार बनी थी, उस समय 90 पाईंट पर काम करने का वादा किया था, जिनमें से जनलोकपाल भी एक था। 14 फरवरी, 2014 को अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में जब इस्तीफा दिया था, तब मैंने व कांग्रेस विधायकों ने उनसे पहले जनलोकपाल का बिल लाने की बात कही थी, परंतु वे बिजली सब्सिडी की बात कर रहे थे। केजरीवाल किसी भी हालत में जनलोकपाल को लागू करने को तैयार नही थे और उन्होंने जनता को झूठ बोलकर, गुमराह करके इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि टूटी चप्पल, फटी कमीज में वेगन आर में घूमकर सरकारी बंगला, सुरक्षा और सरकारी गाड़ी न लेने की कसमें खाने वालों के केजरीवाल ने शीश महल, 50 लाख की गाड़ी, और 4-4 गाड़ियों की सुरक्षा के साथ चलते है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दोनो बार इस्तीफा नाटकीय रुप से दिया।


श्री हारुन यूसूफ ने कहा कि केजरीवाल इस्तीफा देकर अपनी जिम्मेदारी से भाग नही सकते। कांग्रेस आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने का स्वागत करते है परंतु केजरीवाल के साथ उन्हें भी दिल्ली की गरीब जनता, अनाधिकृत कॉलोनियों, झुग्गी झौपड़ी, पुर्नवासित कॉलोनियों में रहने वालों को जवाब देना पड़ेगा कि पिछले 11 वर्षों में बदहाल कैसे बन गई। बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली, प्रदूषण, परिवहन व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, शराब घोटाला, बिजली घोटाला, जल बोर्ड घोटाला, शिक्षा घोटाला, डीटीसी घोटाला, भ्रष्टाचार, टैंकर माफिया, अधिकतर विधायक टैंकर माफिया के पार्टनर है, गंदगी, कूड़े के ढ़ेर आदि के लिए आम आदमी पार्टी जिम्मेदार है, जबकि पिछले 2 वर्षों से दिल्ली नगर निगम में भी आप पार्टी के हाथ में है। अब केजरीवाल के चेहरे का नकाब उतर चुका है। केजरीवाल सरकार की नाकामियों के कारण दिल्ली की जनता नर्कमय जीवन जीने को मजबूर है।


श्री यूसूफ ने कहा कि दिल्ली की जनता समझ चुकी है और केजरीवाल के झांसे में आने वाली नही है। क्या आतिशी जल भराव के समय हुई 37 मौतो का जवाब देंगी या मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें न्याय दिलवा पाऐंगे। उन्होंने कहा कि मुफ्त पानी के नाम पर घरों में नाली वाला पानी आ रहा है और गरीब आदमी को भी प्रतिदिन 50 पीने के पानी के लिए खर्च करने पड़ रहे है। केजरीवाल 2013 में बिजली की दरें आधी करने और 200 यूनिट फ्री बिजली देने के नाम पर बिजली की दरें दुगनी कर दी है। पीपीएसी, सरचार्ज, पेंशन शुल्क व अन्य चार्ज के कारण जितनी बिल होता है, उपभोक्ता को  उसका दुगना देना पड़ रहा है। 2013 में 600-700 बिल आता था आज 1600-1800 तक आता है। दिल्ली में सबसे महंगी बिजली है। आज तक बिजली कम्पनियों के ऑडिट नही हुआ।


श्री हारुन यूसूफ ने कहा कि केजरीवाल ने बेहतरीन शिक्षा मॉडल की बात करते हैं। 500 स्कूल बनाने का वादा किया था लेकिन 22 स्कूल बनाए और स्कूलों के नाम पर कमरे बनाए। जबकि कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार ने 80 प्लाट स्कूल/कॉलेजों के लिए आंवटित किए थे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की जांच चल रही है। केजरीवाल के मुख्यमंत्री रहते हुए पीडब्लूडी के 13 करोड़ के घोटाला कहां गया। दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। मौहल्ला क्लीनिकों में दवाईयां तक नही है, जबकि शीला दीक्षित सरकार ने 235 डिस्पेंसरियां बनाई उनमें डाक्टर सहित स्वास्थ्य संबधी सभी सुविधाऐं उपलब्ध कराई थी। उन्होंने कहा कि परिवहन व्यवस्था भी ध्वस्त है, ड्राईवर आज गुलामों की तरह जी रहे है। शीला जी की सरकार ने 19000 ड्राईवरों सहित अस्थाई कर्मचारियों को डीटीसी में भर्ती की थी। होम गार्ड और सिविल डिफेंस को बिना आंकलन नौकरी से निकाल दिया। आज खुद इनके वालियंटर प्रभावित हुए हैं।


पूर्व विधायक, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के खिलाफ अभियान चलाऐगी और कामचोर, काम से भागने वाले, बहाना ढूंढने वाले अरविन्द केजरीवाल शासन के 10 वर्षों के कुशासन को जनता के बीच जाकर इनका हिसाब मांगेंगे। दिल्ली के हर कौने, गलियों, कॉलोनियां मे जाकर कांग्रेस कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी की सरकार की नाकामियों, भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे।


श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के सभी विभाग जनहित और जन कल्याण से जुड़े विषयां पर काम करने में पूरी तरह विफल रही है। सरकार पब्लिक ऑर्डर,जमीन व अन्य विषय जो उनके आधीन है उनमें भी काम नही कर पाई। दिल्ली को लंदन पैरिस बनाने का वादा किया था, परंतु दिल्ली स्लम बन कर रह गई। पारदर्शी प्रशासन के नाम पर भ्रष्टाचार के सिवाय कुछ नही हुआ। कोविड के दर्दनाक काल के दौरान जो मंजर दिल्लीवालों ने देखा है, वो कोई भूल नही सकता। दवाईयों, बेडों, ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहे थे और केजरीवाल अपने शीश महल बनाने की रुपरेखा तैयार कर रहे थे। सारी दिल्ली जानता है कि दिल्ली देश की सबसे बदनसीब राजधानी थी जहां मरने वालों की संख्या सबसे अधिक थी और दिल्ली सरकार ने बयान दिया कि ऑक्सीजन से कोई मौत नही हुई।


श्री भारद्वाज ने कहा कि शराब नीति के भ्रष्टाचार में आम आदमी पार्टी डूबी पूरी तरह डूबी हुई है, अगर शराब नीति में भ्रष्टाचार नही था, तब इसे केजरीवाल जी ने वापस क्यों लिया? आप पार्टी की दिल्ली सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रदूषण, सड़क, परिवहन सभी विषयों मे ंचौतरफा विफल रही है। उन्होंने कहा कि कांटो भरा ताज केजरीवाल ने आतिशी के सर पर इसलिए रखा है कि आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी हार निश्चित मान चुकी है। इन्होंने कभी भी किसी भी मामले में जिम्मेदारी नही ली, वादा खिलाफी की और जनता को हमेशा भ्रमित करने की राजनीति की है। जनता के रुझान से स्पष्ट हो रहा है कि आने वाले समय में दिल्ली में सरकार कांग्रेस की होगी।

पूर्व विधायक श्री हरी शंकर गुप्ता ने कहा कि बिना विधानसभा भंग किए नवंबर में चुनाव कराने की बात कहकर केजरीवाल दिल्ली वालों को फिर एक बार गुमराह कर रहे है। उनका कहना कि केन्द्र सरकार और चुनाव आयोग चाहे तो दिल्ली में नवंबर में चुनाव करा सकता है। जब 23 फरवरी, 2025 को विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है और 2020 में 9 फरवरी को चुनाव हुआ था। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को इस्तीफा देने की बजाय विधानसभा को भंग करके महामहिम राष्ट्रपति को चुनाव कराने के लिए कहना था, परंतु दिल्ली की जनता उनकी नौटंकी को समझ चुकी है। इसलिए केजरीवाल के इस्तीफे के बाद दिल्ली की जनता ने राहत की सांस ली है। लालची, बेईमान, की विदाई के बाद दिल्ली की जनता कह रही है कि इस्तीफा देने में इतनी देर क्यों लगाई? केजरीवाल के त्याग पत्र से दिल्ली को भ्रष्टाचारी, निक्कमें मुख्यमंत्री से मुक्ति मिल गई है। उन्होंने कहा कि 11 वर्ष पहले दिल्ली में ऑटो पर केजरीवाल शीला दीक्षित की फोटो पर बेईमान मुख्यमंत्री और अपनी फोटो पर ईमानदार लिखकर प्रचार करते थे, परंतु दिल्ली की जनता ने तस्वीर बदल दी है। अब तस्वीर उल्टी हो गई है, एक तस्वीर  में दिल्ली की मसीहा शीला दीक्षित और दूसरी तस्वीर में ठग,बेईमान,भ्रष्टाचारी केजरीवाल की तस्वीर है।


श्री हरी शंकर गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता केजरीवाल की सच्चाई को जान चुकी है। 10 वर्षों में कांग्रेस द्वारा किए गए विकास को भी ध्वस्त कर दिया। जनता पूरी तरह त्रस्त है, बदहाल हालात में जीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि दिल्ली की जनता ने बड़े उलटफेर किए है। आप पार्टी का 53 प्रतिशत वोट अब मात्र 20 प्रतिशत रह गया है। अगर दिल्ली की थोड़ी बहुत सहानूभूति मिली तो आम आदमी पार्टी अगले विधानसभा चुनावों में 15-20 सीटों में सिमटने वाली है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता मन बना चुकी है और दिल्ली में अगली सरकार कांग्रेस की होगी।

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