कांग्रेस पार्टी निगम की सत्ता में आने पर सर्वप्रथम दिल्ली नगर निगम में अस्थाई और अनुबंधित कर्मचारियों के हितों के संबंध में कदम उठाऐगी।- चौ0 अनिल कुमार

नई दिल्ली, 28 नवम्बर, 2022 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में गरीब, मजदूर और दलित वर्ग यह निर्णय ले चुका है कि वह 4 दिसम्बर को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करेगा। क्योंकि निगम में भाजपा और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने अपने पिछले कार्यकालों में अस्थाई, अनुबंधित कर्मचारियों को नियमित करने और बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, जिसमें दोनो पूरी तरह विफल साबित हुए हैं। वर्ष 2017 के संकल्प पत्र में भाजपा ने निगम में अस्थाई कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया परंतु वर्ष 2022 के वचन पत्र में अस्थाई कर्मचारियों को नियमित करने का कोई ब्यौरा नही होना, साबित करता है कि 15 वर्षों की सत्ता के बाद भाजपा ने स्वीकार कर लिया है कि वे भविष्य में अस्थाई कर्मचारियों का नियमित नही करेंगे।


संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं अभियान समिति के चेयरमैन श्री सुभाष चौपड़ा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीमती कृष्णा तीरथ, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्री जय किशन, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज, पूर्व विधायक श्री वीर सिंह धींगान, एस.सी. विभाग के चेयरमैन श्री संजय नीरज मौजूद थे।


चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी निगम की सत्ता में आने पर सर्वप्रथम दिल्ली नगर निगम में अस्थाई और अनुबंधित कर्मचारियों के हितों के संबंध में कदम उठाऐगी। अस्थाई कर्मचारियों को नियमित किया जाऐगा। दलितों के कल्याण और विकास के लिए कांग्रेस की शीला सरकार के दौरान चलने वाली योजनाओं को पुनः लागू किया जाऐगा और इनके जीवन स्तर को उपर उठाऐंगे। दलित और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाऐगी जिसे भाजपा और आम आदमी पार्टी ने पूरी तरह बंद कर दिया है।


चौ0 अनिल कुमार ने कहा भाजपा और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में दलितों को आरक्षण से वंचित करके सरकार में स्थाई नौकरियां खत्म कर रही हैं और उसके स्थान पर ठेका प्रथा के अंतर्गत निगम और दिल्ली सरकार में नौकरियां देने पर जोर दे रही हैं। उन्होंने कहा कि छठी पंचवर्षीय योजना 1980-85 में Scheduled Caste Sub Plan (SCSP) फंड की शुरुआत की जिसमें दलित जनसंख्या अनुपात में दिल्ली नगर निगम बजट में राशि आवंटित करके उनके हितों के लिए खर्च करनी थी। परंतु दिल्ली नगर निगम ने अपने 14500 करोड़ के बजट से दलितों के लिए किसी भी योजना के लिए फंड आवंटित ही नही किया है। जबकि केजरीवाल सरकार ने Scheduled Caste Sub Plan (SCSP) फंड को दलितों के कल्याण के लिए 2015-2016 से 2019-2020 के बीच आंवटित बजट 16.76 प्रतिशत की जगह 4.6 प्रतिशत खर्च करके बजट की 9158 करोड़ रुपये राशि कम खर्च करके लूट की है।


चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी दलित विरोधी है, यह दिल्ली का दलित वर्ग जान चुका है, पिछले 15 वर्षों में वेतन लेने के लिए हड़ताल जाना यह भाजपा और केजरीवाल सरकार की विफलता को साबित करता है। पिछले एक दशक से दिल्ली का एक भी अस्थाई कर्मचारी को नियमित नही किया गया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की निष्क्रियता के कारण सीवर सफाई करने वाले सैंकड़ो सफाई कर्मचारियों की मौत हो चुकी जिनको 50 लाख घोषणा के बावजूद 8 वर्षों में केजरीवाल सरकार ने एक भी कर्मचारी को मुआवजा नही दिया है। दिल्ली जल बोर्ड, पीडब्लूडी, नगर निगम इत्यादि में आज भी मैला उठाने का काम आम आदमी पार्टी और भाजपा के कार्यकाल में किया जा रहा है जबकि 2013 में कांग्रेस की केन्द्र और दिल्ली सरकार ने कानून के द्वारा इसे प्रतिबंधित कर दिया था।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस ने 2007-2008 के दौरान दलित कल्याणकारी योजनाओं के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित किए जो शीला दीक्षित सरकार ने 2013 में बढ़ाकर 330 करोड़ कर दिया। कांग्रेस सरकार ने दलितों के उत्थान के लिए प्रतिवर्ष 95 प्रतिशत से अधिक फंड खर्च किया परंतु 2014 से केजरीवाल सरकार ने दलितो के उत्थान के लिए फंड में लगातार कमी आती गई और वर्ष 2021-22 में 425 करोड़ के बजट में से मात्र 68 करोड़ ही खर्च कर सके। उन्होंने कहा कि केजरीवाल गरीबों के उत्थान और विकास के लिए पूरी निष्क्रियता के साथ काम कर रहे है, वे गरीबों को हितेषी नही विरोधी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा राजीव रत्न आवास योजना के तहत गरीबों के लिए 42 हजार फ्लेट बनाऐ गए जिनको केजरीवाल सरकार 8 वर्षों में आवंटित भी नही कर पाई और भाजपा ने चुनाव में फायदा उठाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कालका जी में गरीबों को चाबी सौंपी गई।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल का दलित विरोधी होने का सबसे बड़ा उदाहरण कि जब उन्होंने तुगलकाबाद स्थित गुरु रविदास मंदिर को डीडीए द्वारा तोड़ने पर पूरी चुप्पी साधना है। उन्होंने कहा कि मंदिर के पुर्ननिर्माण पर केजरीवाल और भाजपा मिलकर दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे है, कांग्रेस के प्रयासों के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मंदिर निर्माण कार्य शुरु नही होना यह साबित करता है कि केजरीवाल और भाजपा दोनो को दलितों की धार्मिक आस्थाओं से कोई लेना देना नही है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में दलित बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाओं जैसे दिल्ली कैंट में 9 वर्ष की दलित बच्ची के साथ बलात्कार व हत्या की घटना, पश्चिम विहार पीरा गढ़ी में 13 साल की मासूम के साथ हैवानियत, कल्याणपुरी में 3 वर्ष की बच्ची के साथ रेप और खिचड़ी पुर की 9 साल की बच्ची अपहरण कर रेप व हत्या का मामला। ऐसे कितनी ही अपराधिक घटनाऐं है जिन पर केजरीवाल चुप्पा साधे रहे और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही व पकड़ने के लिए कोई कदम नही उठाया। कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही दलितो, गरीबो, वंचितों के हितों की बात करती रही है।

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