नई दिल्ली, 29 अप्रैल। भाजपा सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह ने आरोप लगाया कि नजफगढ़ के निर्माणाधीन 100 विस्तरों वाले अस्पताल का कार्य दिल्ली सरकार द्वारा वहां से पेड़ हटाये जाने की अनुमति न देने की वजह से पूरा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि पेड़ों को अस्पताल क्षेत्र से बाहर लगाने की अनुमति केजरीवाल सरकार से गत 3 वर्षों से मांगी जा रही है, लेकिन दिल्ली सरकार इस मुद्दे पर भी कान में तेल डालकर बैठी हुई है। श्री सिंह ने कहा कि अगर समय पर पेड़ों को नए स्थान पर लगाने की अनुमति मिल जाती तो आज कोरोना संकटकाल में क्षेत्र के लोगों को इस अस्पताल के पूरा होने से बड़ी राहत मिल सकती थी।
श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि इस अस्पताल की आधारशिला 4 मार्च 2019 को रखी गई थी, लेकिन उसके एक वर्ष पहले से ही वहां से पेड़ हटाए जाने की अनुमति मांगने के बावजूद दिल्ली सरकार को वन विभाग ने इसकी इजाजत आज तक नहीं दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र की भूमि पर बनने वाले इस अस्पताल से क्षेत्र की 15 लाख आबादी को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सकती है। इससे क्षेत्र के आसपास के 75 गांव के निवासियों को सीधा लाभ होगा। अस्पताल में आईसीयू, जच्चा बच्चा विभाग और आपातकालीन सुविधाओं के साथ ऑक्सीजन प्लांट का भी प्रावधान है, लेकिन केजरीवाल सरकार की बेरुखी के चलते यहाँ का काम रुका हुआ है। अगर समय रहते केजरीवाल सरकार द्वारा अनुमति मिल जाती तो ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट भी शुरू हो जाता जो आज दिल्ली की सबसे बड़ी जरूरत है।
इस मामले में अनुमति पाने के लिए प्राथमिक स्तर पर अधिकारियों ने अनेक पत्र लिखे और बैठकें भी की। सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस मामले में कई बार पत्र लिखकर अनुमति की मांग की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने स्वयं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 24 फरवरी 2020 को पत्र लिखकर सहयोग मांगा। इतना ही नहीं उन्होंने अब पुनः उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल पत्र लिखकर मामले में हस्ताक्षेप करने की अपील की है।