फरीदाबाद : पंचायती राज विभाग के विकास कार्य अप्रूवल के बाद हो तुरंत शुरू, सप्ताह में दो बार विकास कार्यों की वास्तविक समीक्षा की जाएगी ऑनलाइन

फरीदाबाद, 23 सितंबर। हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं हरियाणा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के वित्त आयुक्त अमित झा ने कहा कि पंचायती राज विभाग में भी पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर, सिंचाई, पब्लिक हेल्थ सहित अन्य विभागों की तर्ज पर विकास कार्य सुनिश्चित हो। अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा और जिन अधिकारियों के विकास कार्य धीमी गति से मिलेगें उसके खिलाफ  विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के इंजीनियरिंग के सभी अधिकारी पूरी क्षमता के साथ ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्यों को अमलीजामा पहुँचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि 20 लाख रुपये की धनराशि से अधिक धनराशि के सभी विकास कार्य चाहे वह ग्रामीण विकास अभिकरण के हो, जिला परिषद के हो या पंचायती राज विभाग सहित अन्य किसी भी मद के हैं। उन्हें पंचायती राज की इंजीनियरिंग द्वारा पूरा करवाना सुनिश्चित हो और इसके लिए जिला स्तर पर कार्यकारी अभियंता स्वयं जिम्मेदार होंगे।  वे अपनी जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा के साथ निभाना सुनिश्चित करें।

   हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित झा आज वीरवार को स्थानीय मेगपाई में पंचायती राज विभाग के प्रशासनिक एवं इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों को संबोधित कर यह दिशा निर्देश दे रहे थे।

 अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि प्रशासनिक व इंजीनियरिंग विंग के अधिकारी आपस में सही तालमेल करके ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एवं हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार पंचायती राज विभाग के सभी ऐस्टीमेट और विकास कार्यों के यूसी तथा विकास कार्यों की समीक्षा का परफॉर्मा सहित ऑनलाइन पर भरना सुनिश्चित करें। साथ ही उसे निर्धारित समय पर विकास कार्य की वास्तविक स्थिति से अवगत ऑनलाइन ही करवाएं।

 उन्होंने कहा कि हरियाणा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की लगभग 25 योजनाएं हैं। उन सभी योजनाओं के धरातल पर विकास कार्यों का अमलीजामा पहनाना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री स्वयं ग्रेवाटर मैनेजमेंट, स्वच्छ भारत ग्रामीण, ग्रामीण रुअर्बन स्कीम, एचआरडीएफ सहित तमाम स्कीमों की विकास कार्यों की मासिक समीक्षा एवं कर रहे हैं और मुख्यमंत्री इस बारे में गंभीरता से कार्य कर रहे हैं।

 एसीएस अमित झा ने कहा कि प्रदेश सभी सर्किलों के अलग-अलग धनराशि अलग-अलग मदों में आएगी और उन्हीं मदो में विकास कार्य करवाना सुनिश्चित करें।  उन्होंने कहा कि विभाग के पुराने कामों को भी ऑनलाइन सुनिश्चित करें और ऑनलाइन सिस्टम में यह भी सुनिश्चित करें कि यह विकास कार्य की मद की धनराशि से पूरा किया गया। यह सारा कार्य डेटाबेस होना चाहिए ताकि सभी विकास कार्यों की समीक्षा  डिजिटल की जा सके। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को इंजीनियरिंग विंग अमलीजामा पहनाएगा और प्रशासनिक अधिकारी उनकी मॉनिटरिंग करना सुनिश्चित करेंगे।

अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित झा ने उपायुक्त, एडीसी ,सीईओ जिला परिषद को भी संबोधित करते हुए कहा कि वे ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के सभी कार्यों को ऑनलाइन करवाना सुनिश्चित करें और विकास कार्यों की अनुमति देने में देरी ना करें। सभी विकास कार्यो में तेजी लाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि हरियाणा ग्रामीण विकास विभाग की लगभग 25 स्कीमें हैं, जहां ग्रामीण क्षेत्र में जहां विकास कार्य करवाना हो उसे यथाशीघ्र शुरू करवाएं।  बैठक में उपायुक्त जितेंद्र यादव, अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान, सीईओ जिला परिषद कम एसडीएम अमित कुमार,डीडीपीओ राकेश सिंह मोर, चीफ इंजीनियर शंकर जिंदल, अधीक्षक अभियंता कुलवंत जाखड़, अधीक्षक अभियंता रामफल, कार्यकारी अभियंता फरीदाबाद गजेंद्र सिंह, कार्यकारी अभियंता मेवात नरेन्द्र कुण्डु, कार्यकारी अभियंता पलवल सतीश मेहता सहित पंचायती राज विभाग  गुरुग्राम और फरीदाबाद मंडल के सभी इंजीनियर विंग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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