फरीदाबाद : लूट, स्नैचिंग, अवैध हथियार, वहान चोरी एवं नशा तस्करी के धंधे में संलिप्त आरोपियो और पी.ओ. बेल जम्पर सहित सभी आद्तन हिंसक अपराधियों को जेल की सलाखों के पिछे भेजने का फरीदाबाद पुलिस का लक्ष्य:- पुलिस कमिश्नर श्री ओपी सिंह

फरीदाबाद :फरीदाबाद पुलिस के द्वारा निवारन कार्य (प्रीवेंशन) एवं घटना के बाद तत्परता लिए गए एक्शन के चलते सभी तरह के अपराध में संलिप्त आरोपी भेजे गये जेल। पुलिस आयुक्त महोद्य के द्वार चलाए गये- समाज में अच्छे प्रभाव वाले व्यक्तियो के साथ मिटींग , टिनेज पुलिस, पुलिस की पाठशाला जैसे कार्यक्रम एवं बीट प्रणाली के अंतर्गत पुलिस का अच्छे लोगो से सरोकार बढा है जिसके चलते पुलिस के प्रति लोगों में विश्वास की भावना पैदा हुई है और अपराधियो पर पुलिस का शिकंजा कसते हुए अपराध को कम किया है।

वारदात वर्ष 2020 (1 जन. से 20 फरी.)

वर्ष 2021
(1 जन. से 20 फरी.)

मर्डर 5 13 (12 ट्रेस)

डकैती 4 0
लूट 5 2 (दोनों ट्रेस)

चोरी 141 61
घरों में चोरी 140 40

वाहन चोरी 369 305

स्नैचिंग 58 21

आर्म्स एक्ट 46 55

एक्साइज 185 190

एनडीपीएस 5 45

फरीदाबाद: पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने अपने कार्यकाल में मिटींग के दौरान सभी पुलिस अधिकारियो को आदेश दिए कि फरीदाबाद में वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधीयो के मन में पुलिस के प्रति इंतना खोफ होना चाहिए की वह अपराध करने से पहले कई बार सोचे। फरीदाबाद में बीते साल की तुलना करे तो इस साल 50 दिन में क्राइम रेट में भारी गिरावट आई है। चोरी, लूट, डकैती, वाहन चोरी जैसे मामलों में भारी कमी देखने को मिली है। वहीं अगर बात हत्याओं की किया जाए तो इस साल 13 मर्डर हुए हैं। इनमे से 12 मामले अबतक ट्रेस हो चुके हैं। इनमे से अधिकतर हत्याएं लव ट्रायंगल के मामले अधिक है। इसके साथ ही सगे संबंधियों द्वारा भी कई मामलों में सामने आया है।

सभी सीआईए और थानों का लक्ष्य निर्धारित

डीसीपी हेडक्वार्टर डॉ. अर्पित जैन ने बताया कि पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने सभी सीआईए और थाना प्रभारियों को अवैध हथियार रखने वाले, एनडीपीएस एक्ट और पुराने हिस्ट्रीशीटरों पर नजर रखने को कहा गया है। शहर में उन पॉइंट्स को चिंहित करें जहां से सबसे ज्यादा चोरियां हो रही हैं। ऐसे पॉइंट्स पर खास निगरानी कर अपराधियों को काबू करें। इसके साथ ही शहर के सीमवर्ती इलाकों में आने-जाने वाले वाहनों व लोगों पर भी खास नजर रखे।

पुलिस बॉन्डिंग ने बढ़ाई जागरुकता

बीट पुलिसिंग के चलते जनता और पुलिस के बीच खास बॉन्डिंग बनकर सामने आई है। जिसका असर क्राइम रेट को गिराने में खासा पड़ा है। अब शहर में अवैध रूप से शराब बिकने में गिरावट देखने को मिली है। वहीं एनआईटी क्षेत्र में कई जगह अवैध रूप से नशे के लिए गांजा व अफीम बिकने पर भी काफी हद तक रोक लग सकी है।

डे-नाईट पेट्रोलिंग से अपराधियों में खौफ

पुलिस की डे और नाईट पेट्रोलिंग और कंट्रोल रूम में 24 घंटे एसीपी रैंक के अधिकारी की मोनिटरिंग से शहर के क्राइम ग्राफ को गिराने में बहुत मदद मिली है। कंट्रोल रूम में आने वाली हर कॉल पर एसीपी की नजर होती है। इसके साथ ही रैंडम तौर पर वो पीड़ितों को कॉल कर पुलिस का फीडबैक भी लेते हैं।

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