वन स्टाप सेंटर में महिलाओं के 1522 परिवादों का करवाया निपटारा : उपायुक्त जितेंद्र यादव

फरीदाबाद,02 फरवरी। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि जिला में चलाए जा रहे वन स्टाप सेंटर में अब तक 1522 महिलाओं परिवादों का निपटारा करने का काम किया है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली के जरिए नागरिक अस्पताल बीके में वन स्टॉप सेंटर पिछले करीब पौने दो वर्ष पहले स्थापित किया गया था। वैसे सरकार द्वारा वन स्टाप सेंटर वर्ष 2016 में शुरू किया गया था।

    आपको बता दें सखी नाम से विख्यात वन स्टॉप सेंटर के द्वारा किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं बच्चियों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जाती है। वन स्टॉप सेंटर के द्वारा घरेलु हिंसा, बलात्कार से पीडित, महिला तस्करी, बाल यौन शोषण, बाल विवाह, दहेज़ उत्पीड़न, एसिड अटैक, गुमशुदा सहित अन्य प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को क़ानूनी परामर्श, क़ानूनी सहायता, मेडीकल सहायता, पुलिस सहायता, मनोचिकित्सक सामाजिक सरोकार की परामर्श दी जाती है। वन स्टाँप सेंटर में 5 दिनों तक अस्थाई आश्रय देकर ये सभी प्रकार की सहायता एक ही छत के नीचें प्रदान की जाती है। जिला में यह सेंटर महिलाओं के लिए काफी लाभकारी साबित हो रहा है। यह वन स्टाँप सेंटर महिलाओ के लिए बहुत बड़ा स्पोर्ट सिस्टम है। यहाँ महिलाएं स्वयं को बहुत सुरक्षित महसूस करती है, क्योंकि यहाँ महिलाओ की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। यहाँ पर पीड़ित महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक व मानसिक तौर पर सशक्त करने के लिए उनका मार्गदर्शन व हर प्रकार का सहयोग किया जाता है।

   वन स्टाँप सेंटर की इन्चार्ज डाँ मीनू यादव ने बताया कि सेंटर के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए समय समय पर विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे है। इसके आलावा जिला के सभी पुलिस थानों के पुलिस कर्मचारयों के साथ भी सेंटर के अधिकारी बैठकें करते रहते है। ताकि सभी प्रकार से ज्यादा से ज्यादा पीड़ित महिलाओं को सेंटर द्वारा मदद मिल सके। इसके साथ ही जो पीड़ित महिलाऐं सेंटर तक पहुचनें में असक्षम है।  उनको  केंद्र के कर्मचारियों के द्वारा उनके आवास पर जाकर आवश्यक सहायतायें प्रदान की जा रही है। वन स्टॉप सेंटर इन्चार्ज मीनू यादव ने आगे बताया कि सेंटर में अब तक घरेलु हिंसा की 593, गुमशुदगी की 297, दहेज़ उत्पीडन की 15, बाल यौन शोषण की 46, बलात्कार की 42, साइबर क्राइम की 43, शारारिक उत्पीड़न की 74 तथा लड़ाई-झगडे व अन्य 412 शिकायतें प्राप्त हुई है। इनका निपटारा सेंटर के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा पुलिस और अन्य विभागों से तालमेल करके किया गया है।

   उन्होंने बताया कि पीड़ित महिलाऐं वन स्टॉप सेंटर में महिला हेल्प लाईन 181, 0129-2421006 तथा स्वयं सेंटर में हाजिर हो कर भी शिकायत दर्ज करवा सकती है। जोकि वन स्टॉप सेंटर 24 घंटे X 7 दिन खुला रहता है। जिससे की पीड़ित महिलाओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

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