विद्यार्थी अपनी जड़ों से जुड़े रहें : महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

फरीदाबाद, 24 मार्च। हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करके नौकरी ढूंढने वाले न बनकर नौकरी देने वाले बनें। विद्यार्थी हमेशा अपनी जड़ों/मूल से जुड़े रहें तथा अपनी मातृ भाषा का सम्मान करते हुए अपनी पहचान बनाए रखें।
हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय गुरूवार को लिंग्याज विद्यापीठ के दसवें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान करने के उपरांत शोधार्थियों व विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर दीक्षांत समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थी शिक्षा ग्रहरण करने के बाद रोजगार देने वाले बनने का संकल्प लें, तभी देश आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा शिक्षा नीति में बदलाव करते हुए नई शिक्षा नीति लागू की जा रही है। नई शिक्षा नीति रोजगार उन्मुखी है। हरियाणा में इस नई शिक्षा नीति को 2025 तक लागू कर दिया जाएगा।

बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज लड़कियां हर क्षेत्र में लडक़ों से बहुत आगे हैं तथा दीक्षांत समारोह में डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों में भी लड़कियां ज्यादा हैं। लड़कियों के आगे बढऩे से सम्पूर्ण राष्टï्र आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हमारे पास देश को सर्वश्रेष्ठï राष्टï्र बनाने का सुनहरा अवसर है। कौशल विकास पर ध्यान केंद्रीत करने से सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वïान किया कि वे नए भारत के सपने को साकार करने के लिए चुनौतियों को अवसर में बदलें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपनी पहचान बनाए रखें। अंग्रेजी भाषा का ज्ञान जरूर ग्रहरण करें, परंतु इसका गुलाम न बनें। अपनी मातृ भाषा का हमेशा सम्मान करें।

महामहिम राज्यपाल ने कहा कि राष्टï्र को शक्तिशाली बनाने के लिए समाज में एकजुटता आवश्यक है। देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। युवा देश के स्वतंत्रता संग्राम में वीरों व क्रांतिकारियों द्वारा किए गए संघर्ष के इतिहास को पढें तथा जन-जन तक पहुंचाएं। उन्होंने युवाओं का आह्वïान करते हुए कहा कि युवा दूसरों को जीवन दान दें। गरीब, किसानों, बच्चों, महिलाओं को शिक्षा दें ताकि उनका जीवन बेहतर हो सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा ग्र्रहण करने के उपरांत विद्यार्थियों के जीवन में नया मोड आता है तथा नई जिम्मेवारी तय होती है। युवा अपनी जिम्मेवारी का निष्ठïा पूर्वक निर्वहन करें। परिवार व समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरें।
महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कम्प्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग की छात्रा नैनू वधवा को चांसलर टेकनिकल गोल्ड अवार्ड, स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट की दीक्षा को चांसलर नॉन गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया, जबकि 23 छात्रों को वाइस चांसलर गोल्ड अवार्ड व 6 विद्यार्थियों को वाइस चांसलर सिल्वर अवार्ड दिया गया। स्कूल ऑफ ह्यïूमैनिटीज एवं सोशल साइंस विभाग की विभा प्रकाश को हरिशंकर अवार्ड दिया गया। दीक्षांत समारोह में 750 विद्यार्थियों को विभिन्न उपाधियां प्रदान की गई, इनमें से 261 छात्राओं और 489 छात्र शामिल थे। डिप्लोमा की 85, स्नातक की 545 एवं स्नातकोत्तर की 103 डिग्रियां भी प्रदान की गई। इसके अलावा शोधार्थियों को 17 पीएचडी उपाधि प्रदान की गई।

विद्यापीठ के कुलपति डा. पिचेश्वर गड्डïे ने दीक्षांत समारोह के शुभारंभ की विधिवत घोषणा की तथा समारोह के अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने डिग्रियां प्रदान करने के उपरांत दीक्षांत समारोह के समापन की भी घोषणा की। उन्होंने महामहिम राज्यपाल एवं दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि बंडारू दत्तात्रेय, हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के महासचिव एवं समारोह के विशिष्टï अतिथि रविंद्र राजू तथा कृष्णा डिस्ट्रिक्ट फैंसिंग एसोसिऐशन के चेयरमैन एवं विशिष्टï अतिथि किलारू दिलीप को स्मृति चिन्ह, पौधा व शॉल भेट कर सम्मानित किया। किलारू दिलीप को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से भी नवाजा गया।
विद्यापीठ के उपकुलपति प्रोफैसर अरविंद अग्रवाल ने विद्यापीठ की शैक्षणिक व अन्य उपलब्धियों की जानकारी दी। रजिस्ट्रार प्रेम कुमार सालवान ने विद्यार्थियों को शपथ दिलवाई तथा सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। मंच का संचालन स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट की डा. स्मृति महाजन ने किया। इस अवसर पर अकादमिक प्रो उपकुलपति प्रोफैसर जसकिरण कौर, आरएंडडी की प्रो उपकुलपति डा. जीएम पाटिल, दीप शिखा, धमेंद्र सहित विद्यापीठ के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टॉफ के सदस्य एवं विद्यार्थी तथा अभिभावक मौजूद रहे।

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