पलवल जिला जेल में लोक अदालत और गांवों में आयोजित कानूनी व सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम।
पलवल, जिला एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की चेयरपर्सन राज गुप्ता के निर्देशन में बुधवार को जिला जेल पलवल में लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस मौके पर सीजेएम हरीश गोयल ने एक मामले की सुनवाई कर सजा पूरी कर चुके एक कैदी को रिहाई का आदेश दिया। उन्होंने जेल स्टाफ और कैदियों को कानूनी अधिकारों, विधिक सहायता और विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी। प्राधिकरण के सहायक रविंदर, क्लर्क गगनदीप और सहायक अधीक्षक दिनेश कुमार उपस्थित रहे।
इसी दौरान जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसजेंडर अधिकारों और कानूनी सहायता से जुड़े जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। गांव मांदकोल में अधिवक्ता किरण शर्मा और पीएलवी सुंदर सैनी ने नालसा–हालसा की योजनाओं और ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों पर जानकारी दी। गांव मिल्क गन्नी में अधिवक्ता कमलेश तेवतिया द्वारा इसी विषय पर शिविर लगाया गया।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर भी कई कार्यक्रम आयोजित हुए। बाल देखभाल संस्थान बघौला में अधिवक्ता अमित कुमार ने दिव्यांगों को उनके कानूनी अधिकारों, योजनाओं और सहायता कार्यक्रमों के बारे में बताया। बाल भवन पलवल में अधिवक्ता संजय वर्मा ने दिव्यांग पेंशन, छात्रवृत्ति और पुनर्वास सुविधाओं पर विस्तृत जानकारी दी।
गांव मितरोल में शौर्य फाउंडेशन के कार्यक्रम में अधिवक्ता अनुराधा ने बच्चों को समानता और अधिकारों के महत्व के बारे में समझाया। वहीं सरपंच लच्छेंद्र की उपस्थिति में अधिवक्ता महेश चंद शर्मा ने ग्रामीणों को दिव्यांग अधिकार, नालसा–हालसा की स्कीमों और मुफ्त कानूनी सहायता की पात्रता के बारे में जागरूक किया।