पलवल में विश्व एड्स दिवस पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। एडीआर सेंटर में अधिवक्ता नवीन रावत, जगत सिंह रावत और स्वास्थ्य विभाग के काउंसलर उम्मेद सिंह ने उपस्थित कर्मचारियों व नागरिकों को एड्स और एचआईवी से जुड़े मिथकों, बचाव उपायों तथा गोपनीयता से जुड़ी कानूनी बातों की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि एचआईवी सामान्य संपर्क, हाथ मिलाने, भोजन साझा करने या मच्छर के काटने से नहीं फैलता, बल्कि जागरूकता ही इसका सबसे बड़ा बचाव है।
गांव टीकरी ब्राह्मण में पैनल अधिवक्ता महेशचंद शर्मा ने कानूनी एवं स्वास्थ्य संबंधी शिविर लगाकर ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं, नालसा व हालसा की सुविधाओं तथा एचआईवी मरीजों के लिए उपलब्ध मुफ्त उपचार, एआरटी, परामर्श सेवाओं और यात्रा रियायतों के बारे में समझाया। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत के तहत पात्र लोगों को 5 लाख रुपये तक का उपचार निःशुल्क मिलता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित अन्य शिविरों में अधिवक्ता गीता रानी और महीपाल बघेल ने रैली व जागरूकता सभाओं के माध्यम से लोगों को एड्स से बचाव और कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक किया।
सरकारी अस्पताल पलवल में जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण व स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त जागरूकता शिविर आयोजित किया, जिसमें डॉक्टरों और अधिवक्ताओं ने वैज्ञानिक तथ्यों, रोकथाम और मानवाधिकारों पर विस्तृत जानकारी दी। बड़ी संख्या में नागरिकों की मुफ्त स्वास्थ्य जांच भी की गई। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने नशा-मुक्ति का सामूहिक संकल्प लिया।
