शिकायत निवारण शिविर में महिलाओं की समस्याएं सुनती रेनू भाटिया
हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती रेनू भाटिया ने कहा कि स्कूल और कॉलेज केवल पढ़ाई के केंद्र नहीं, बल्कि बच्चों के चरित्र निर्माण की नींव होते हैं। यदि शिक्षक स्वयं अनुशासन और नैतिक मूल्यों का पालन नहीं करेंगे, तो विद्यार्थियों में संस्कार कैसे विकसित होंगे।
पलवल में आयोजित शिकायत निवारण शिविर के दौरान उन्होंने शिक्षकों से जुड़े मामलों पर नाराजगी जताते हुए जिला शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक है कि शिक्षक-छात्र विवादों की सुनवाई महिला आयोग तक पहुंच रही है।
इस दौरान आयोग ने घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, संपत्ति विवाद और कार्यस्थल पर उत्पीड़न सहित करीब तीन दर्जन शिकायतों पर सुनवाई की। 12 मामलों का मौके पर समाधान हुआ, जबकि कुछ मामलों को न्यायालय भेजा गया और कई में पुनः सुनवाई के आदेश दिए गए।
रेनू भाटिया ने स्पष्ट किया कि महिलाओं के अधिकारों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निष्पक्ष, संवेदनशील और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, वैवाहिक विवादों में एफआईआर से पहले काउंसलिंग को अनिवार्य बताया।