
*पलवल, 10 जुलाई।* बरसात में ही उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठï गुरूवार ने होडल व हसनपुर खंड की सडक़ों-गलियों-चौराहों का दौरा किया। होडल के विधायक हरिंद्र सिंह को साथ लेकर उन्होंने जल निकासी प्रबंधों की जमीनी स्तर पर तैयारियों व प्रबंधों की समीक्षा की। कई स्थानों पर जल निकासी प्रबंधों व सफाई व्यवस्था में मिली खामियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को फटकार भी लगाई। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि तुरंत प्रभाव से जरूरी प्रबंध किये जायें।
लघु सचिवालय होडल में समाधान शिविर में जन समस्याओं की सुनवाई करने के उपरांत उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने होडल व हसनपुर खंडों का दौरा किया। इसकी शुरुआत उन्होंने पुन्हाना मोड़ कॉलेज के सामने नाले का जायजा लेने के साथ की। जगजीवन राम चौक से महारानी किशोरी कॉलेज तक नाला निर्माण की समीक्षा की और कैच पिट बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सडक़मार्गों पर कहीं भी पानी का जमावड़ा नहीं होना चाहिए। जल निकासी की करें बेहतरीन व्यवस्था। नानक डेयरी रोड से होकर वे अग्रसेन चौक पर पहुंचे, जहां पाइप लाइन जोडऩे के साथ सीवर की सफाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद वे अनाज मंडी में पहुंचे, जहां की स्थिति से वे नाखुश दिखाई दिए। उन्होंने बंद पड़े पंप पर जवाब मांगा। फिर गढ़ी रोड से होते हुए गढ़ी पट्टी गांव पहुंचे, जहां जोहड़ की स्थिति देखकर उन्होंने सेनेटरी इंस्पेक्टर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। गढ़ी मोड पर भी जोहड़ की सफाई न मिलने पर उन्होंने व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
तदोपरांत उपायुक्त राजकीय मॉडल संस्कृति विद्यालय नंबर-3 के पास पहुंचे, जहां जोहड़ की खुदाई करके सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। रोहता पट्टी में भी उन्होंने जोहड़ की सफाई के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सती के तालाब में पानी पहुंचाने को लेकर भी मंथन किया। इसके लिए उन्होंने विश्राम गृह होडल में बैठक में भी निर्देश देते हुए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना के निर्देश दिए। इसके उपरांत बेढ़ा पट्टी का दौरा कर उन्होंने हसनपुर खंड के दौरे की शुरुआत अनाज मंडी व नये बस स्टैंड से की। यहां मार्ग पर जलभराव पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए तुरंत निकासी के प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने हसनपुर फिरनी का भी दौरा किया।
उपायुक्त ने पंचायती राज विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग और नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हर गांव और हर शहरी क्षेत्र की रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करें जहां जलभराव की स्थिति पैदा होती है। उच्चाधिकारी स्वयं दौरा कर स्थिति का जायजा लें। उन्होंने कहा कि जलभराव को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। कहीं भी पानी खड़ा नहीं होना चाहिए। यदि कोई ग्राम सचिव अपने गांव की गलत रिपोर्ट देगा तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जोहड़ों-नालों की सफाई सुनिश्चित करें।
इस दौरान विधायक हरिंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने होडल के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है। उपायुक्त के निर्देशन में इस मार्ग पर तीव्रता से बढ़ रहे है। सफाई व्यवस्था और जल निकासी की व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जा रहा है। जलभराव की समस्या का समाधान किया जाएगा।
इस मौके पर जिला नगर आयुक्त मनीषा शर्मा, सीईओ जिला परिषद जितेंद्र कुमार, एसडीएम बलीना, शीशपाल, तहसीलदार अनिल कुमार, एक्सईएन मोहित आदि संबंधित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।