नई दिल्ली, 17 अक्टूबर 2025 – दिल्ली में त्यौहारों के मौसम में डीटीसी बसों की कमी ने जनता की परेशानी बढ़ा दी है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिवाली और छठ पर्व के दौरान लोगों को बसों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, लेकिन घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि राजधानी में रोज़ाना लगभग 40 लाख लोग बसों में यात्रा करते हैं, जबकि आवश्यक 11,000 बसों की जगह सिर्फ 5,000 बसें ही सड़क पर चल रही हैं। जनवरी से अक्टूबर तक डीटीसी और कलस्टर बसों में 2,820 बसें घट चुकी हैं। लक्ष्मी नगर, मयूर विहार, पटपड़गंज, नरेला, बदरपुर और अन्य इलाकों में लोग घंटों इंतजार करने के बावजूद बसें नहीं पा रहे हैं।
देवेन्द्र यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महिलाओं को मुफ्त यात्रा का वादा केवल दिखावा है, क्योंकि इतनी कम बसों में लोग ओवरलोड होकर सफर करते हैं। वर्तमान में सिर्फ 149 सीएनजी और 2,517 इलेक्ट्रिक बसें ही परिचालन में हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही नई इलेक्ट्रिक बसें नहीं लाई गईं, तो दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित होगी। बसों की कमी केवल यात्रा की समस्या नहीं, बल्कि लोगों की दैनिक दिनचर्या पर भी गहरा असर डाल रही है।